चूल्हा-चौकी छोड़ समाहरणालय पहुंचीं महिलाएं

रोहतास। गर्मी के परवान चढ़ते ही शहर के कई मोहल्लों में पेयजल संकट गहरा गया है। शहर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 12:03 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 12:03 AM (IST)
चूल्हा-चौकी छोड़ समाहरणालय पहुंचीं महिलाएं
चूल्हा-चौकी छोड़ समाहरणालय पहुंचीं महिलाएं

रोहतास। गर्मी के परवान चढ़ते ही शहर के कई मोहल्लों में पेयजल संकट गहरा गया है। शहर के दक्षिणी हिस्से में स्थित काजीपुरा, नवरतनबाजार और शहजलालपीर में भीषण पेयजल संकट से जूझ रही महिलाओं ने शुक्रवार को घर का चूल्हा-चौकी छोड़ समाहरणालय पर धमक गई। डीएम के पास अपना त्राहिमाम संदेश पहुंचाने जत्था में आई महिलाओं ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों तक गुहार लगाने के बाद भी बात नहीं बनी तो वे लोग हार थक के बड़े हाकिम के दरबार में फरियाद लगाने पहुंची है।

पीड़ित महिलाओं की माने तो इस भीषण गर्मी में सरकारी पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। सरकारी चापाकल तक जवाब दे गए है। शहर में बने नए जलमीनार सफेद हाथी बनकर रह गए है। काजीपुरा मोहल्ला की सुनीता देवी कहती है कि आलम यह है कि खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है। गरीब आदमी कहां से पानी खरीदे यह संकट अलग है। पीने का पानी से लेकर रोजमर्रा के लिए की जरूरत के लिए गरीब आदमी कितना पानी खरीद कर अपनी आवश्यकता की पूर्ति करेगा। महिलाओं ने डीएम का आवेदन देकर जल समस्या का निदान करने की गुहार लगाई गई। बताते चले कि पिछले दिनों डीएम द्वारा जल-नल योजनाओं की गई समीक्षा के दौरान जल संकट की बात समाने आई थी। समस्या को लेकर गंभीर हुए डीएम धर्मेन्द्र कुमार ने शहर में चल रही अमृत योजना के तहत चल रहे जलापूर्ति योजनाओं की वास्तिवक स्थिति को जानने के लिए स्वयं ही निर्माणाधीन कार्य योजना स्थल पर पहुंचे थे। इस संबंध में अधिकारियों से लेकर संवेदक तक कई आवश्यक निर्देश भी दिए थे। दो दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी शहर में गहराया पेयजल संकट की ओर डीएम का ध्यान आकृष्ट करा शीघ्र निदान के लिए कहा था।

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