सोन का बढ़ा जलस्तर, बाणसागर व रिहंद से भी मिलने लगा पानी
सासाराम सोन के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश से शनिवार सोन के जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हुई है। साथ ही बाणसागर व रिहंद जलाशय से भी पानी प्राप्त होने लगा है। ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र से आज बराज पर 22687 क्यूसेक पानी का आवक दर्ज किया गया है।
सासाराम: सोन के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में हो रही बारिश से शनिवार सोन के जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हुई है। साथ ही बाणसागर व रिहंद जलाशय से भी पानी प्राप्त होने लगा है। ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र से आज बराज पर 22687 क्यूसेक पानी का आवक दर्ज किया गया है। इसमें बराज का पांड लेवल मेटेंन करने के बाद 9414 क्यूसेक पानी सोन नदी में बहाया गया। सोन कमांड क्षेत्र के सभी नहरों में धान की रोपनी के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति की जा रही है।
जल संसाधन विभाग मानिटरिग सेल के कार्यपालक अभियंता सुजीत कुमार ने बताया कि मध्यप्रदेश के बाणसागर व उत्तरप्रदेश के रिहंद जलाशय से सोन नदी में खरीफ फसल के लिए नियमित रूप से पानी प्राप्त हो रहा है। सोन कमांड क्षेत्र के सभी नहरों में धान की रोपनी के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की आपूर्ति की जा रही है। अधिकतर जगहों पर रोपनी का कार्य पूर्णता की ओर है। आज भी रिहंद जलाशय से 6029 व बाणसागर से 2200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बताया कि धान की रोपनी करने के लिए मांग के अनुसार पानी मिल रहा है। वहीं रिहंद जलाशय से अभी पानी की मांग नही की गई है। उसके जल विद्युत केंद्र चलने से वहां से नियमित पानी मिल हो रहा है। फिलहाल इंद्रपुरी बराज पर पर्याप्त मात्रा में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र से पानी प्राप्त हो रहा है। किसानों की मांग के अनुसार सोन नहर प्रणाली के माध्यम से उनके खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सभी नहरों में पानी की मात्रा बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि आज पश्चिमी संयोजक नहर में 7003, पश्चिमी संयोजक समानांतर नहर में 1606 व पूर्वी संयोजक नहर में 4660 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि नहरों के टेलएंड तक पानी की आपूर्ति की जा रही है। किसानों की मांग बढ़ी, तो बाणसागर व रिहंद से पानी की और मांग की जाएगी ।