धार्मिक न्यास परिषद की रोहतास में 106 संपत्तियां चिह्नित : मंत्री

रोहतास धर्मस्थलों की जमीन पर कब्जा कर अपने निजी लाभ के लिए उपयोग करने वाले भू माफिया पर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 06:20 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 06:20 PM (IST)
धार्मिक न्यास परिषद की रोहतास में 106 संपत्तियां चिह्नित : मंत्री
धार्मिक न्यास परिषद की रोहतास में 106 संपत्तियां चिह्नित : मंत्री

रोहतास : धर्मस्थलों की जमीन पर कब्जा कर अपने निजी लाभ के लिए उपयोग करने वाले भू माफिया पर अब कानून का शिकंजा कसेगा। धार्मिक न्यास परिषद के निर्देश पर प्रशासन ने जिले में ऐसी 106 संपत्तियों को चिह्नित किया है, जिसका रकबा लगभग पांच सौ एकड़ से ज्यादा है। स्थानीय समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभाकक्ष में शुक्रवार को राज्य के गन्ना उद्योग एवं विधि विभाग मंत्री सह अध्यक्ष धार्मिक न्यास परिषद प्रमोद कुमार ने प्रेसवार्ता में यह बातें कही।

रोहतास व कैमूर जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने कहा कि रोहतास के अलावा कैमूर जिले में भी 450 संपत्तियों को चिह्नित किया गया है, जिनका रकबा लगभग एक हजार एकड़ होगा। अगले एक महीने में रोहतास में नोडल पदाधिकारी चेतनारायण राय व कैमूर में एडीएम संजय कुमार की देखरेख में उन जमीनों का सर्वे कराकर देवताओं के नाम का, जिनके नाम पर जमीन है, स्वामित्व प्रमाण पत्र बनेगा और संपत्तियों की मापी कराकर घेराबंदी की जाएगी। साथ ही अब तक उन जमीनों का जो लोग अपने निजी लाभ के लिए उपयोग या उपभोग करते आ रहे हैं, उनसे मुक्त कराकर उसे किराया पर दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी तीन दिन पूर्व कहा है कि न्यास की संपत्ति राष्ट्रीय संपत्ति है, इसमें कोई सेवादार नहीं है। इसके मालिक वही इष्टदेव हैं, जिनके नाम पर जमीन है। इसके अलावा या धार्मिक न्यास परिषद या वक्फ बोर्ड का उसपर हक है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा है कि राज्य में ज्यादातर विवाद का जड़ भूमि संबंधी मामला ही है। इसे ले राज्य के 38 में से 20 जिलों में भूमि के सर्वे का काम चल रहा है। जल्द ही सभी जिलों में सर्वे कराकर न्यास बोर्ड अपनी जमीन को कब्जे में लेगी। बोर्ड उन जमीनों का सर्वे कर आनलाइन पोर्टल पर डालेगी। धार्मिक संपत्तियों पर लगातार हो रहे अवैध कब्जे को लेकर सरकार सख्त है।

गन्ना मंत्री ने कहा कि जिले में गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों में जागरूकता लाई जाएगी। इसके लिए गुड़-खड़सारी उद्योग को बढ़ावा देकर रोजगार परक बनाया जाएगा। साथ ही किसानों के लिए अनुदान की व्यवस्था एवं प्रशिक्षण व कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। मौके पर डीएम धर्मेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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