कृषि के विकास से ही देश का समग्र विकास संभव : डीएम

स्थानीय मल्टीपरपस हाल में गुरुवार को कृषि विभाग द्वारा जिला स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम धर्मेंद्र कुमार डीएओ संजयनाथ तिवारी व अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया। डीएम ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:51 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:51 PM (IST)
कृषि के विकास से ही देश का समग्र विकास संभव : डीएम
कृषि के विकास से ही देश का समग्र विकास संभव : डीएम

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। स्थानीय मल्टीपरपस हाल में गुरुवार को कृषि विभाग द्वारा जिला स्तरीय रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम धर्मेंद्र कुमार, डीएओ संजयनाथ तिवारी व अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया। डीएम ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। किसान भारत की आत्मा हैं और कृषि के विकास से ही देश का समग्र विकास संभव है। इससे पहले डीएओ ने डीएम को पुष्पगुच्छ देकर उनका स्वागत किया।

कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित कृषि विशेषज्ञों व अधिकारियों ने बिहार राज्य फसल सहायता योजना से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई। कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा धान अधिप्राप्ति से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अगले माह क्रय केंद्रों पर धान की खरीद शुरू हो जाएगी। अधिकारियों ने समेकित पोषक तत्व प्रबंधन की जानकारी देते हुए कहा कि इससे ही उपज में वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। इसके अलावा समेकित कृषि प्रणाली, रबी फसलों की वैज्ञानिक खेती, पशुपालन, कृषि ऋण योजना, कृषि उत्पादक संगठन के चयन, जीविका एसएचजी, फसल अवशेष प्रबंधन पर विभागीय अधिकारियों ने जागरूक किया। सहायक निदेशक उद्यान ने विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की जानकारी दी। कर्मशाला में किसानों को रबी मौसम में उर्वरक की आवश्यकता, उपलब्धता व प्रवर्तन, कृषि रसायन एवं पौधा संरक्षण, भूमि संरक्षण, मिट्टी जांच, कृषि यांत्रिकीकरण, कृषि पुरस्कार कार्यक्रम व आत्मा योजना अंतर्गत संचालित योजनाओं की जानकारी एवं प्रशिक्षण उपस्थित कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार आदि को कृषि वैज्ञानिकों व विभिन्न पदाधिकारियों द्वारा दिया गया। कहा कि आज के परिवेश में पराली प्रबंधन बहुत जरूरी है। इससे न सिर्फ मनुष्य बल्कि मिट्टी की सेहत भी खराब हो रही है। जमीन की उर्वरा शक्ति का ह्रास हो रहा है और वातावरण में जहर घुल रहा है। इसके अतिरिक्त उर्वरक का सही उपयोग, जहर मुक्त भोजन आदि से संबंधित प्रशिक्षण भी उपस्थित कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार को दिया गया ताकि किसान चौपाल व प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों तक इन सारी जानकारी को पहुंचाया जा सके। कार्यक्रम में कृषि विभाग से जुड़े सभी अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी