भाई साहब! अब भी सुधर जाइए, जीवन अनमोल है इसे बचाइए
भाई साहब ! अब तो आप सुधर जाइए। सिस्टम को दोष देने से पहले खुद पर तो अमल करना सीखिए । कोरोना का कहर जिस तरह से बढ़ रहा है इसके जिम्मेवार हम और आप दोनों हैं। बाजार में जिस तरह से बिना मास्क की भीड़ लग रही है इससे तो यही लगता है कि कहीं न कहीं कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार के गाइडलाइन की धज्जियां हम खुद उड़ा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, सासाराम : भाई साहब ! अब तो आप सुधर जाइए। सिस्टम को दोष देने से पहले खुद पर तो अमल करना सीखिए । कोरोना का कहर जिस तरह से बढ़ रहा है इसके जिम्मेवार हम और आप दोनों हैं। बाजार में जिस तरह से बिना मास्क की भीड़ लग रही है इससे तो यही लगता है कि कहीं न कहीं कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार के गाइडलाइन की धज्जियां हम खुद उड़ा रहे हैं। आप स्वयं के लिए भले नहीं लेकिन अपने परिवार, बच्चे, समाज के लिए तो अपना धर्म निभाइए। शनिवार को दैनिक जागरण की टीम अलग-अलग जगहों पर जाकर स्थिति की जानकारी ली तो लापरवाही सिस्टम के साथ हम सभी की मिली। रेलवे स्टेशन परिसर से लेकर बाजार तक लोग बिना मास्क के घूमते नजर आए। कोरोना जांच के लिए केंद्रों पर गए लोगों में भी संक्रमण फैलने का जरा भी भय नहीं दिखा। ²श्य -एक
समय : सुबह 8:30
स्थान : सासाराम रेलवे फुट ओवर ब्रिज लोग कोरोना के भय से हर रोज अलग अलग शहरों से वापस आ रहे हैं। प्लेटफार्म पर कोरोना जांच की सुविधा नहीं होने से लोग गाड़ी से उतर सीधे अपने गंतव्य की ओर चल देते हैं। रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर जांच के लिए बैनर लगा टेबल कुर्सी तो रखी गई है पर जांच के लिए कोई कर्मी मौजूद नहीं रह रहा है। प्रशासन का ये लचर रवैया संक्रमण के प्रसार को बढ़ा सकता है। ²श्य -दो
समय : सुबह नौ बजे
स्थान : रौजा रोड मछली मार्केट सुबह सुबह इस बाजार में खरीददारों की भीड़ अन्य दिनों की तरह दिखी। खरीदार से ले दुकानदार तक कोरोना संक्रमण फैलने से अनभिज्ञ दिखे । काफी संख्या में लोग मछली खरीदने पहुंचे थे। लोगों का कहना था कि बढ़ रहे कोरोना के कारण नवरात्रि के बाद इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए वे अधिक से अधिक मछली का सेवन कर रहे हैं। यहां अधिकांश दुकानदार व ग्राहक बिना मास्क के ही पहुंचे। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का नारा यहां प्रयोग में दूर-दूर तक नहीं दिखा। ²श्य -तीन
समय : दोपहर एक बजे
स्थान : सदर अस्पताल सासाराम स्थानीय सदर अस्पताल में लोग कोविड की जांच कराने पहुंचे हुए थे। जांच के लिए न तो कतार न धैर्य। उन्हें कतारबद्ध करने के लिए सुरक्षाकर्मी तक नहीं। शारीरिक दूरी का अनुपालन यहां भी होता नहीं दिखा। जांच के लिए आए लोग लाइन में खड़े होने के बजाय एक दूसरे से सटकर भीड़ का हिस्सा बने थे।जांच कराने आए इन लोगों में कोई एक भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ तो वो वहां उपस्थित अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकता है लेकिन किसी में भी इसको लेकर जरा भी भय नहीं दिखा। इन सब के बावजूद कोई भी सुरक्षा कर्मी वहां मौजूद नहीं था, जो लोगों को उचित दूरी बना कतार में खड़ा रहने को कहे।