आंगनबाड़ी केंद्रों पर उत्सवी माहौल में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन

पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर मंगलवार को उत्सवी माहौल में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सात से नौ महीने की गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई। इस दौरान गर्भवती महिलाओं व बच्चों की देखभाल को लेकर कई जानकारी भी दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 09:41 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 09:41 PM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्रों पर उत्सवी माहौल में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन
आंगनबाड़ी केंद्रों पर उत्सवी माहौल में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन

संवाद सूत्र, सूर्यपुरा : रोहतास। पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर मंगलवार को उत्सवी माहौल में गोद भराई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सात से नौ महीने की गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई। इस दौरान गर्भवती महिलाओं व बच्चों की देखभाल को लेकर कई जानकारी भी दी गई। आंगनबाड़ी केंद्र नारायणपुर ,अलीगंज, सूर्यपुरा, बलिहार सहित सभी केंद्रों पर यह कार्यक्रम किया गया।

पर्यवेक्षिका अमिता कुमारी के अनुसार गोद भराई का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के आखिरी दिनों में बेहतर पोषण की जरूरत के विषय में गर्भवती महिलाओं को अवगत कराना है। माता एवं गर्भस्थ शिशु के बेहतर स्वास्थ्य एवं प्रसव के दौरान होने वाली संभावित जटिलताओं में कमी लाने के लिए गर्भवती के साथ परिवार के लोगों को भी अच्छे पोषण पर ध्यान देना चाहिए। बेहतर पोषण एक स्वस्थ बच्चे के जन्म में सहायक होने के साथ गर्भवती महिलाओं में मातृ मृत्यु दर में कमी भी लाता है। महिलाओं को बताया कि गर्भ के आखिरी महीनों में शरीर को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इस दौरान आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा की भी मात्रा का होना जरूरी होता है। समेकित बाल विकास योजना के अंतर्गत आंगनबाडी केंद्रो में गर्भवती महिलाओं को मासिक पुष्टाहार भी वितरित किया जाता है। इसके अलावा महिलाएं अपने घर में आसानी से उपलब्ध भोज्य पदार्थों के सेवन से भी पोषण का ख्याल रख सकती हैं। हरी साग-सब्जी, सतरंगी फल, दाल, सूखे मेवे एवं दूध के सेवन से आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति आसानी से की जा सकती है।

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