सदर अस्पताल में वेंटीलेटर संचालन के लिए न डॉक्टर मिले न टेक्नीशियन नहीं

सदर अस्पताल को मिले सात वेंटिलेटर अबतक शुरू नहीं हो पाया है। इसके लिए जिला स्वास्थ्य समिति ने चिकित्सकों व वेंटिलेटर टेक्नीशियनों के नियोजन के लिए आवेदन भी मांगा लेकिन कोई न तो चिकित्सक मिले न टेक्नीशियन ही नियोजन में रूचि ली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 11:30 PM (IST)
सदर अस्पताल में वेंटीलेटर संचालन के लिए न डॉक्टर मिले न टेक्नीशियन नहीं
सदर अस्पताल में वेंटीलेटर संचालन के लिए न डॉक्टर मिले न टेक्नीशियन नहीं

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। सदर अस्पताल को मिले सात वेंटिलेटर अबतक शुरू नहीं हो पाया है। इसके लिए जिला स्वास्थ्य समिति ने चिकित्सकों व वेंटिलेटर टेक्नीशियनों के नियोजन के लिए आवेदन भी मांगा लेकिन कोई न तो चिकित्सक मिले न टेक्नीशियन ही नियोजन में रूचि ली। अब इन वेंटिलेटरों को एक निजी अस्पताल को देने की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है। महामारी से लड़ने के लिए डीएम धर्मेंद्र कुमार ने जल्द इसका संचालन किसी भी तरह शुरू करने का निर्देश दिया है। अस्पताल में वेंटिलेटर के चालू न होने से गंभीर रोगियों को एनएमसीएच पटना रेफर कर दिया जा रहा है।

विभागीय अधिकारियों का कहना है की इस महीने के अंत तक संभवत: वेंटिलेटर सेवा शुरू कर दी जाएगी।

बता दें की गत वर्ष पीएम केयर फंड से सदर अस्पताल को सात वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए थे। लेकिन उसे चलाने के लिए टेक्नीशियन व डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं होने से इसे आजतक चालू नहीं किया जा सका है। इस वजह से कोरोना काल में सदर अस्पताल पहुंचने वाले गंभीर मरीजों को म•ाबूरी में डाक्टरों द्वारा अन्यत्र रेफर करना पड़ता है। कभी कभी तो कई मरीज ऐसे होते हैं जिनकी स्थिति काफी गंभीर होती है। ऐसे में उन्हें तत्काल वेंटिलेटर की आवश्यकता है। लेकिन अस्पताल में सुविधा उपलब्ध नहीं होने से वो दम तोड़ देते हैं।

कहते हैं अधिकारी :

अस्पताल में वेंटिलेटर को शुरू करने के लिए डीएम के निर्देश पर एक निजी अस्पताल से सहयोग मांगा गया है। अस्पताल प्रबंधन को वेंटीलेटर के लिए योग्य चिकित्सक व टेक्नीशियन की सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। सूची मिलते ही वेंटीलेटर उन्हें सशर्त दे दिया जाएगा। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलिडर मौजूद हैं। अनुमंडल अस्पतालों में जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने की भी योजना है।

डॉ. केएन तिवारी एसीएमओ ,रोहतास

chat bot
आपका साथी