तीन वर्ष बाद भी नहीं सुधरी स्थिति, सदर अस्पताल में सुविधाओं की दरकार

तीन वर्ष पूर्व स्थानीय सदर अस्पताल परिसर में दो से अधिक पार्क बनाए जाने का निर्णय लिया गया था। अस्पताल के औचक निरीक्षण में सदर अस्पताल पहुंचे तत्कालीन डीएम पंकज दीक्षित ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डीपीआर बनाने का निर्देश भी दिया था।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:08 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:08 PM (IST)
तीन वर्ष बाद भी नहीं सुधरी स्थिति, सदर अस्पताल में सुविधाओं की दरकार
तीन वर्ष बाद भी नहीं सुधरी स्थिति, सदर अस्पताल में सुविधाओं की दरकार

जागरण संवाददाता, सासाराम : तीन वर्ष पूर्व स्थानीय सदर अस्पताल परिसर में दो से अधिक पार्क बनाए जाने का निर्णय लिया गया था। अस्पताल के औचक निरीक्षण में सदर अस्पताल पहुंचे तत्कालीन डीएम पंकज दीक्षित ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डीपीआर बनाने का निर्देश भी दिया था। इसके अलावा अस्पताल परिसर में कूड़ा-कचरा फेंकने वालों पर कार्रवाई करने की बात भी कही गई थी। जिसके लिए डीएम ने सीएस को अस्पताल परिसर में सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया था। हाल के दिनों में इस पर अमल करने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन अब तक डीएम के निर्देश पर पूरी तरह अमल नहीं हो सका है। अस्पताल के दिन बहुरने की जगी है उम्मीद :

डीएम के निर्देश के बाद अधिकारियों की सक्रियता से लगा था कि शीघ्र ही सदर अस्पताल के दिन बहुरने वाले हैं। न सिर्फ मरीजों व परिजन के लिए सुविधाएं, बल्कि अस्पताल परिसर में पार्क निर्माण के साथ-साथ परिसर भी साफ सुथरा होने की उम्मीद जगी थी। साथ ही यहां वर्षों से जलजमाव की समस्या का स्थाई निदान के लिए बुडको व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया था। हालांकि सफाई की व्यवस्था पहले से बेहतर हुई है। वार्डों में नए बेड लगाए गए हैं, लेकिन अस्पताल परिसर में जीएनएम कॉलेज के पास अब भी जहां-तहां गंदगी फैली है। क्या है स्थिति :

सदर अस्पताल परिसर में जहां-जहां खाली जगह है, वहां अस्पताल कर्मियों के साथ-साथ बाहर के लोग भी कूड़ा-कचरा फेंकते हैं। जीएनएम स्कूल के समीप जमा कचरे के ढेर को आग लगाकर नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा अस्पताल की चारदीवारी से सटे निजी मकान से भी परिसर में कूड़ा-कचरा फेंका जाता है। उस समय डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए ऐसी सभी जगहों पर सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया था। ऐसे लोगों को चिह्नित कर गंदगी फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया था। साथ ही अस्पताल परिसर में वार्ड संख्या 13 से आने वाले नाले के पानी पर भी रोक लगाने के लिए वार्ड पार्षद को कहा गया था। लेकिन बरसात के दिनों में स्थिति जस की तस बन जाती है।

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