खेतों की जल निकासी अवरूद्ध होने से डूबी सैकड़ों एकड़ फसल
जल निकासी व्यवस्था अवरूद्ध होने से नोखा प्रखंड के मनीपुर गांव की सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गया है। किसान महेंद्र नारायण पांडेय विनोद कुमार पांडेय उमाशंकर पांडेय समेत अन्य ने बताया कि बरांव मोड़ से मनीपुर तक सिचाई विभाग के करहा का अतिक्रमण कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, सासाराम : जल निकासी व्यवस्था अवरूद्ध होने से नोखा प्रखंड के मनीपुर गांव की सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गया है। किसान महेंद्र नारायण पांडेय, विनोद कुमार पांडेय, उमाशंकर पांडेय समेत अन्य ने बताया कि बरांव मोड़ से मनीपुर तक सिचाई विभाग के करहा का अतिक्रमण कर लिया गया है। इसके चलते मनीपुर, डंगरी टोला, उतरी बरांव, दक्षिणी बरांव, चौसा लाइन नहर के पानी का विकास बाधित हो गया है। ग्रामीणों ने सीओ को आवेदन दे कहा है कि हर वर्ष क्षेत्र के किसानों की लाखों की फसल बर्बाद हो जाती है। किसानों के अनुसार इसके चलते एक हजार बीघा में लगी धान की फसल डूब गई है। कहा कि इसके पहले भी सीओ को नौ फरवरी 2018 को आवेदन दे मामले से अवगत कराया गया था, लेकिन प्रशासनिक स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिया निर्माण की मांग संवाद सूत्र, नौहट्टा :यदुनाथपुर सहायक थाना पर बरसात के दिनों में आने-जाने को लेकर हो रही परेशानी से निजात पाने के लिए प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि बंटू सिंह ने जिला प्रशासन से चमरदाहा नदी पर पुलिया निर्माण की मांग की है। उन्होंने जिला प्रशासन को स्थिति से अवगत कराते हुए कहा कि चमरदाहा नदी पहाड़ी नदी है। हल्की बारिश होने पर भी नदी में तेज धारा के साथ पानी बहने लगता है। धारा तेज होने के चलते नदी पार करना मुश्किल हो जाता है, जिससे आम लोगों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को भी परेशानी होती है। अतिक्रमण हटाने को ले एसडीएम से गुहार संवाद सहयोगी, डेहरी आनसोन : प्रखंड के गंगौली गांव के वार्ड संख्या आठ में गली की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने को लेकर दो दर्जन ग्रामीणों ने एसडीएम को आवेदन दिया है। ग्रामीण विकास सिंह, सत्येंद्र सिंह, चंदन कुमार, राजू सिंह गोपाल सिंह द्वारा दिए गए आवेदन अनुसार गली में देवमुनि सिंह समेत कई लोगों द्वारा दो से ढाई फीट छज्जा निकाल दिया गया है और बड़े-बड़े ब्रेकर बना दिए जाने से वाहन लेकर गुजरना मुश्किल हो गया है। ट्रैक्टर द्वारा मकान निर्माण के लिए सामान ले जाने में भी परेशानी होती है। इस बिदु पर उनसे बात करने पर झगड़ा पर उतारू हो जाते हैं। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि संबंधित अंचलाधिकारी को अतिक्रमण मुक्त कराए जाने को लेकर आवेदन प्रेषित कर दिया गया है।