कोरोना की आड़ में निजी शिक्षण संस्थानों को बंद करना चाहती है सरकार : डॉ. वर्मा

कोरोना का बहाना बना सरकार पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था ठप करने पर सरकार तुली हुई है। यही नहीं कोरोना की आड़ में निजी को केंद्र व राज्य सरकार बंद करना चाहती है। कई वर्षों से आरटीई के तहत नामांकित बच्चों से संबंधित अनुदान राशि का भुगतान न करना भी सरकार की एक बड़ी साजिश है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 10:01 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 10:01 PM (IST)
कोरोना की आड़ में निजी शिक्षण संस्थानों को बंद करना चाहती है सरकार : डॉ. वर्मा
कोरोना की आड़ में निजी शिक्षण संस्थानों को बंद करना चाहती है सरकार : डॉ. वर्मा

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। कोरोना का बहाना बना सरकार पूरे देश में शिक्षा व्यवस्था ठप करने पर सरकार तुली हुई है। यही नहीं कोरोना की आड़ में निजी को केंद्र व राज्य सरकार बंद करना चाहती है। कई वर्षों से आरटीई के तहत नामांकित बच्चों से संबंधित अनुदान राशि का भुगतान न करना भी सरकार की एक बड़ी साजिश है। उक्त बातें प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की स्थानीय संत पॉल स्कूल में आयोजित बैठक में एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डॉ. एसपी वर्मा ने गुरुवार को कही।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आदेशानुसार मार्च 2020 से लॉक डाउन के तहत सभी विद्यालयों को भौतिक तौर पर संचालित करने पर रोक लगाया गया था। जिसके फलस्वरूप सभी विद्यालयों में पठन-पाठन बंद कर दिया गया। पिछले तीन महीनों से बिहार सरकार के आदेश अनुसार कक्षा प्रथम से आठवीं तक विद्यालय सुचारू रूप से चले है। इतने दिनों में किसी भी विद्यालय में कोई भी कोरोना का मामला प्रकाश में नहीं आया है। इस दौरान सभी संचालक अपने अपने विद्यालय में कोरोना गाइडलाइंस के सभी मानकों का अक्षरश: पालन करते हुए विद्यालयों का संचालन करते रहे हैं। उसके बाद भी गृह विभाग के आदेश विद्यालयों को 18 अप्रैल तक बंद कर दिया गया। कहा कि किसी भी आदेश के पूर्व किसी भी विद्यालय समिति को लॉक डाउन के दौरान पठन-पाठन करवाने के संबंध में कोई भी प्लानिग करने का न तो समय दिया गया और न ही किसी भी अधिकारी से इस विषय पर चर्चा की गई। इस दौरान संयुक्त सचिव ने राज्य सरकार से आठ सवाल भी किए, जिसमें आरटीआई की लंबित राशि का भुगतान, कोरोना की आड़ में निजी शिक्षण संस्थानों को पूरी तरह से बंद करने साजिश प्रमुख रूप से शामिल है।

प्रेस वार्ता सह बैठक में जिलाध्यक्ष रोहित वर्मा, सुभाष कुमार कुशवाहा, समरेंद्र कुमार (समीर जी), संग्राम कांत, नील कुमार शर्मा, सुनील कुमार, संजय त्रिपाठी, कुमार विकास प्रकाश, धनेन्द्र कुमार, दुर्गेश पटेल, अरविद भारती, प्रशांत सिंह, राजेंद्र प्रसाद, दिनेश्वर तिवारी, अजय कुमार सिंह, सोनू आनंद, सत्यनारायण प्रसाद, सैयद अबरार आलम, कपिल मुनि प्रसाद, सरमद नसरुल्ला, निलेश कुमार, लक्ष्मण सिंह, सुनील कुमार, करुणेश कुमार शांडिल्य, आदित्य राज, बबन कुमार,अविनाश सिंह, अरुण कुमार,अनिता देवी,भारती जी,कमलेश कुमार, यमुना चौधरी, तेजनारायण पटेल, धनंजय सिंह, तौकीर आलम डॉ. आशुतोष पांडेय समेत अन्य उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी