सोच को भाषण में नहीं, हकीकत में बदलने की जरूरत : डीएम

रोहतास। सामाजिक कार्य सरकार के भरोसे नहीं, बल्कि जनसहयोग से होता है। लोगों को अपने अंदर व्याप्त इ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 05:46 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 05:46 PM (IST)
सोच को भाषण में नहीं, हकीकत में बदलने की जरूरत : डीएम
सोच को भाषण में नहीं, हकीकत में बदलने की जरूरत : डीएम

रोहतास। सामाजिक कार्य सरकार के भरोसे नहीं, बल्कि जनसहयोग से होता है। लोगों को अपने अंदर व्याप्त इस सोच को बाहर निकालने की जरूरत है, कि हर काम सरकार के माध्यम से होनी चाहिए। आज समय आ गया है, कि जब सोच को भाषण में नहीं, अपितु हकीकत में बदलने की जरूरत है। उक्त बाते शहर के सागर मोहल्ला स्थित स्थानीय श्रीकृष्ण गोशाला में आयोजित दो दिवसीय गोपाष्टमी पूजा महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम का उदघाटन का करते हुए डीएम पंकज दीक्षित ने कही।

कहा कि यदि लोग गो-माता से सही मायने में प्यार करते हैं, तो इसे सिर्फ त्योहार तक ही सीमित न रखें। प्रशासन अपना काम व जिम्मेदारी को पूरा करेगा ही, लेकिन लोगों को अपनी भी जवाबदेही को समझना होगा, तभी सामाजिक बदलाव हो सकता है। मवेशियों के चारा की व्यवस्था से लेकर गोशाला के विकास तक में जन सहयोग अपेक्षित है। बहरहाल आप यदि दो कदम आगे बढ़ाएंगे, तो प्रशासन आपके साथ दस कदम मिलाकर आगे बढे़गा। इस सोच को भी निकालना होगा कि दूसरा व्यक्ति आगे आए व विकास करें, तो सबसे पहले अपने आप को रोल मॉडल बनना होगा, अपने आप युवा पीढ़ी आगे आने लगेगी। प्रशासन व सरकार के आश्वासन व व्यवस्था के इंतजार के बजाए लोग आगे आएं। गाय से प्रदत्त हर चीज काम लायक होता है। दूध से लेकर मूत्र-गोबर तक औषधि के रूप में काम आता है।

जैविक खाद की चर्चा करते हुए कहा कि गाय के गोबर से बने जैविक खाद में इतना गुण होता है, तो उसके माध्यम से उत्पादित होने वाली सब्जी व खाद्य पदार्थ पौष्टिकयुक्त व स्वादिष्ट होता है। कहा कि गोशाला का काम गायों को खरीद कर व्यवसाय करना नहीं होता है, बल्कि वैसे मवेशियों को यहां लाकर रक्षा करना, जो पूरी तरह असहाय है। यह गोशाला तभी मॉडल बन सकता है, जब गुरुजी की तरह यहां अनेकों गुरु होंगे। आज उन्हें इसलिए नहीं याद किया जाता है कि सिर्फ वे एक अमीर व्यक्ति थे, बल्कि इसलिए कि उनके अंदर समाज सेवा व गो- माता के प्रति प्रेम था। उदघाटन उपरांत देर रात चले कवि सम्मेलन में कवियों ने काव्य पाठ से लोगों को खूब हंसाया। सम्मेलन का संचालन शंकर कैमूरी ने किया। जबकि वाराणसी के सलीम शिवालवी, अहरौरा के नर¨सह साहसी, गोरखपुर के बादशाह प्रेमी, मिर्जापुर की पूनम श्रीवास्तव ने काव्य पाठ किया। इस अवसर पर श्रीकृष्ण गोशाला के अध्यक्ष सह एसडीएम राजकुमार गुप्ता, पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद, प्रखंड प्रमुख रामकुमारी देवी, डीसीएलआर प्रेमकांत सूर्य, कोषाध्यक्ष संदीप कानोडिया, मंत्री विजेंद्र ¨सह के अलावा ललन ¨सह, कामता राय, सुरेंद्र अग्रवाल, दीपक तुलस्यान, मंजू तुलस्यान, महेंद्र केडिया, अभिषेक रुंगटा, भुवाली ¨सह, सत्यनारायण स्वामी, कैलाश कानोडिया, डीडी यादव, प्रमोद शुक्ला, विनोद कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।

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