पुत्र की दीर्घायु को लेकर महिलाएं आज करेंगी जीवितपुत्रिका व्रत

रोहतास। जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर मंगलवार को बाजारों में चहलपहल रही। नोनी का साग सतपुतिया व मड़ुआ आटा की खरीदारी की। लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। ज्वेलरी दुकानों व सड़क के किनारे भी जगह- जगह जिउतिया गुंथने की दुकानें सजी हुई हैं जहां काफी संख्या में महिलाएं धागे में सोने-चांदी के बने जिउतिया को रंग-बिरंगे धागे में गुथवा रही थीं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 12:08 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 12:08 AM (IST)
पुत्र की दीर्घायु को लेकर महिलाएं आज करेंगी जीवितपुत्रिका व्रत
पुत्र की दीर्घायु को लेकर महिलाएं आज करेंगी जीवितपुत्रिका व्रत

रोहतास। जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर मंगलवार को बाजारों में चहलपहल रही। नोनी का साग, सतपुतिया व मड़ुआ आटा की खरीदारी की। लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। ज्वेलरी दुकानों व सड़क के किनारे भी जगह- जगह जिउतिया गुंथने की दुकानें सजी हुई हैं, जहां काफी संख्या में महिलाएं धागे में सोने-चांदी के बने जिउतिया को रंग-बिरंगे धागे में गुथवा रही थीं। वहीं महिलाओं ने घरों में ठोकवा (ओठगन) व अन्य पकावन बनाया। जबकि बुधवार की अलसुबह से 24 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी। दिन भर निर्जला रह शाम में महिलाएं विभिन्न जल स्त्रोत में स्नान कर जीमुतवाहन कथा का श्रवण करेंगी। इसके बाद गुरुवार को पारण करेंगी। दाम :

सामग्री दाम (प्रति किलो)

सतपुतिया : 80

नोनी का साग : 60

मड़ुआ का आटा : 80

कंदा : 60

खीरा :80

जीवित्पुत्रिका व्रत शुरू

सूर्यपुरा। संतान की दीर्घायु की कामना के साथ महिलाओं ने मंगलवार को जिउतिया व्रत का उद्यापन शुरू किया। सर्वप्रथम महिलाओं ने स्नान कर सतपुतिया के छोटे अंश को निगलकर मड़ुआ के आटा की रोटी, नोनी का साग व झिगी की सब्जी भोजन के रूप में ग्रहण किया। बुधवार को माताएं 24 घंटे का निर्जला उपवास रख जीवित्पुत्रिका व्रत रखेंगी। वहीं गुरुवार को सुबह पूजा-पाठ कर पारण करेंगी। यूथ फेडरेशन के सदस्यों ने भगत सिंह को किया याद

जागरण संवाददाता,सासाराम:

शहीद भगत सिंह की जयंती पर आल यूथ फेडरेशन के सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। फेडरेशन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य डा. सुधीर कुमार ने कहा कि उनके दिखाए गए रास्ते पर ही चलकर इस देश का विकास किया जा सकता है। देश में बढ़ रही भुखमरी, गरीबी व बेरोजगारी को दूर करने के लिए शहीद के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज में आर्थिक विषमताओं को दूर करने के लिए भगत सिंह के दर्शन पर काम करने की जरूरत है। कहा कि देश की स्वतंत्रता दिलाने के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को गले लगाने वाले इस शहीद को सदियों तक लोग भूल नहीं पाएंगे। माल्यार्पण करने वालों में प्रवीण पासवान, रुपेश श्रीवास्तव, ओपी चौरसिया, शफीक खान, गुप्तेश्वर साह, अनिल कुमार, यामिन खान उपस्थित थे।

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