मत्स्य आहार व प्रबंधन को ले पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

रोहतास स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में मंगलवार को पांच दिवसीय मत्स्य आहार एवं प्रबंधन विषय पर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:36 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:36 PM (IST)
मत्स्य आहार व प्रबंधन को ले पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
मत्स्य आहार व प्रबंधन को ले पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू

रोहतास : स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में मंगलवार को पांच दिवसीय मत्स्य आहार एवं प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। प्रशिक्षण में विभिन्न प्रखंडों से पहुंचे 40 किसान भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मत्स्य वैज्ञानिक आरके जलज ने कहा कि गत पांच वर्षों में रोहतास जिले में मछली पालन में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। वर्तमान में सिर्फ बिक्रमगंज अनुमंडल में लगभग 125 मत्स्य कृषक मछली पालन में लगे हुए हैं।

कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि रोहतास जिले में लगभग 4000 हेक्टेयर में मछली पालन का कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे किसानों में इसके प्रति रुझान बढ़ा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को मत्स्य पालन में लगने वाले आहार निर्माण की तकनीकी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एक बीघे के तालाब से 10 महीने में किसान मछली पालन द्वारा ढाई लाख रुपये तक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मछली पालन में लागत के रूप में एक से डेढ़ लाख रुपए प्रति बीघा सिर्फ मत्स्य आहार में खर्च हो जाता है। इस जिले में विभिन्न कंपनियों के मत्स्य आहार का इस्तेमाल किया जाता है। प्रशिक्षण में शामिल कृषकों को कतला, रोहू, मोनोसेक्स तिलापिया, पंगास, कवई, झींगा मछली, सिघी, मांगूर इत्यादि मत्स्य प्रजातियों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी जाएगी। उद्यान वैज्ञानिक डा. रतन कुमार ने मत्स्य आधारित समेकित कृषि पालन के विषय पर चर्चा की। कहा कि एक एकड़ क्षेत्रफल में समेकित कृषि द्वारा किसान कम से कम तीन लाख रुपये की आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण में हरेंद्र शर्मा, प्रवीण कुमार, अभिषेक कौशल, सुवेश कुमार, राकेश कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

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