कैमूर पहाड़ी के जंगलों में फायर वाच टावर से होगी आगलगी की घटनाओं की निगरानी

रोहतास। कैमूर पहाड़ी के जंगलों में आग से होने वाली क्षति से बचाने के लिए अब फायर वाच टाव

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 11:29 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 11:29 PM (IST)
कैमूर पहाड़ी के जंगलों में फायर वाच टावर से होगी आगलगी की घटनाओं की निगरानी
कैमूर पहाड़ी के जंगलों में फायर वाच टावर से होगी आगलगी की घटनाओं की निगरानी

रोहतास। कैमूर पहाड़ी के जंगलों में आग से होने वाली क्षति से बचाने के लिए अब फायर वाच टावर बनाया गया है। यह रोहतास वन प्रमंडल का पहला फायर वाच टायर होगा। इसपर वन कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी व जंगल में आग लगने पर तत्काल इसकी सूचना भी मिलेगी जिससे समय रहते आग पर काबू पाया जा सके। इससे कई पेड़ पौधों व जंगली जीवों-पशुओं को बचाया जा सकता है। सासाराम रेंज में कैमूर पहाड़ी के जंगल में इस पहले फायर वॉच टावर का निर्माण वन विभाग द्वारा किया किया गया है।

डीएफओ प्रद्युम्न गौरव ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में सासाराम रेंज में गोरिया- भौखड़वा के पास पहला फायर वाच टावर का निर्माण किया गया है। इससे कैमूर वन्यप्राणी आश्रयणी व आसपास के इलाकों में आग लगने के बाद तत्काल इसकी सूचना स्थानीय अधिकारियों को दी जाएगी। जिससे समय रहते आग पर काबू पाया जा सके। फायर वॉच टावर पर वन विभाग के वॉच कर्मी को भी प्रतिनियुक्त किया जाएगा। जो फायर वॉच टावर पर तैनात रहकर जंगल एवं आसपास के इलाकों में निगरानी रखेंगे। डीएफओ ने बताया कि जंगलों में 15 फरवरी के बाद गर्मी बढ़ने से लेकर 15 जून तक आग लगने की घटनाएं सर्वाधिक होती हैं। आगलगी में कई पेड़ पौधे नष्ट हो जाते है तथा जंगली जीवों व पशुओं को भी नुकसान पहुंचता है। कहा कि आग लगने की घटना कभी- कभी समय से नहीं मिलने के कारण वह भयावह रूप ले लेती है जिसमें इस तरह के वाच टावर काफी उपयोगी व सुरक्षित है. इससे काफी दूरी तक की जानकारी ली जा सकती है. 15 मार्च तक टावर पर फायर वाचर की तैनाती भी की जाएगी। बताया कि इस अवधि में जंगल को आग से बचाने के लिए सेटेलाइट से भी नजर रखी जाएगी। सासाराम, चेनारी व रोहतास रेंज में आग बुझाने के लिए पांच-पांच कर्मियों की तीन टीम भी बनाई गई है, जिन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराया जा रहा है।

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