अब धान-गेहूं-मूंग की तीन फसली प्रणाली अपनाएं किसान : आरके जलज
स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में तीन विभिन्न प्रखंडों के 120 महिला एवं पुरुष कृषकों को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की खेती का अवलोकन किया। नोखा कोचस एवं दावथ प्रखंड के किसानों ने आज के प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम में भाग लिया।
संवाद सहयोगी , बिक्रमगंज : रोहतास । स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में तीन विभिन्न प्रखंडों के 120 महिला एवं पुरुष कृषकों को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम की खेती का अवलोकन किया। नोखा, कोचस एवं दावथ प्रखंड के किसानों ने आज के प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम में भाग लिया। सभी किसानों को जलवायु अनुकूल खेती अंतर्गत लगी हुई मक्का, चना, मसूर, सरसों, गेहूं इत्यादि फसलों की जानकारी दी गई। खासकर महिला किसानों ने भी इसमें भाग ले कई जानकारी ली। कृषि वैज्ञानिक ने धान, गेहूं व मूंग की तीन फसली प्रणाली अपनाने पर बल दिया।
किसानों ने आलू, सरसों, आलू, मक्का की मिश्रित खेती को देखा। उन्होंने प्रक्षेत्र में लगाए हुए 15 विभिन्न प्रजाति के गेहूं के प्रभेदों का अवलोकन किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आरके जलज ने सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि धान-गेहूं फसल प्रणाली की बजाए धान-गेहूं-मूंग तीनफसली प्रणाली अपनाएं। सभी फसलों को जीरो टिलेज तकनीक से लगाकर अपनी लागत खर्च को कम करें। जलवायु अनुकूल उन्नत प्रभेदों का हमेशा चुनाव करें। कार्यक्रम में उपस्थित प्रवीण पटेल कार्यक्रम सहायक ने सभी किसानों को प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया। कृषि विज्ञान केंद्र में चल रही अन्य गतिविधियों जैसे मशरूम स्पान उत्पादन, मशरूम उत्पादन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, समेकित कृषि पालन इकाई इत्यादि के बारे में भी सभी किसानों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। प्रखंड तकनीकी प्रबंधक व कृषि तकनीकी प्रबंधक गोविद कुमार, ममता कुमारी, श्रीकांत कुमार, विकास कुमार, आशुतोष कुमार सहित कृषि विज्ञान केंद्र के राकेश कुमार भी मौजूद थे। कृषको में दावथ प्रखंड से प्रियव्रत, रामजी राय, निर्मल कुमार त्रिपाठी, तेजनारायाण कुमार, कमल किशोर सिंह, राकेश कुमार, प्रिस कुमार पटेल, विक्रमा सिंह, नोखा प्रखंड से धनंजय कुमार, नकुल सिंह, मनोज सिंह, रामदेव चौधरी, दुलारचंद सिंह, बाबू रामपाल, सुरेश राम, भोला सिंह, मंगल सिंह एवं कोचस प्रखंड से अन्नपूर्णा कुमारी, नम्रता देवी, पिकी देवी, जगरूपना देवी, संध्या देवी, सविता कुंवर, सुनीता देवी, कंचन कुमारी, चंद्रावती कुमारी, पिकी कुमारी आदि ने भाग लिया।