आधी आबादी को स्वच्छता की राह दिखा रही डॉ. मधु

सशक्त नारी परिवार समाज व राष्ट्र को मजबूती प्रदान करती है। रूढि़वादिता व कुरीतियों को मिटाती हैं। एक ऐसी ही महिला हैं संझौली प्रखंड की उप प्रमुख डॉ मधु उपाध्याय जो स्वच्छता अभियान को ले पुरस्कृत भी हो चुकी हैं। स्वच्छता आइकॉन के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करने वाली मधु अब महिलाओं को घर की देहरी लांघकर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने पर बल देती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 03:38 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 05:56 PM (IST)
आधी आबादी को स्वच्छता की राह दिखा रही डॉ. मधु
आधी आबादी को स्वच्छता की राह दिखा रही डॉ. मधु

रोहतास । सशक्त नारी परिवार, समाज व राष्ट्र को मजबूती प्रदान करती है। रूढि़वादिता व कुरीतियों को मिटाती हैं। एक ऐसी ही महिला हैं संझौली प्रखंड की उप प्रमुख डॉ मधु उपाध्याय जो स्वच्छता अभियान को ले पुरस्कृत भी हो चुकी हैं। स्वच्छता आइकॉन के रूप में महत्वपूर्ण कार्य करने वाली मधु अब महिलाओं को घर की देहरी लांघकर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने पर बल देती हैं।

डॉ. मधु स्वच्छता को ले गत चार वर्षों से अभियान चला विशेषकर महिलाओं को खुले में शौच के विरुद्ध अभियान छेउ़ने के लिए प्रेरित की। उनके प्रयास से गांवों में महिलाओं की टोली बनने लगी। शौचालय के महत्व को बता म हिलाओं ने घर वालों पर शौचालय का निर्माण कराने पर जोर देने लगी। शौचालय निर्माण यहां मिशन का रूप लेने लगा। शौचालय निर्माण के लिए महिलाएं इतनी जागरूक हुई कि कोई मंगल सूत्र तो कोई बकरी व गाय बेच शौचालय का निर्माण कराया। सभी गांवों में महिलाओं की टीम बना सुबह शाम गांव से बाहर पहरा दिलवाई, जिससे लोग खुले में शौच न कर सकें।

स्वच्छता दूत से ले नारी सशक्तीकरण सम्मान तक का सफर

महिला सशक्तीकरण को ले अपनी मजबूत पहचान बनाने वाली मधु उपाध्याय ने मात्र चार वर्षो में स्वच्छता दूत, स्वच्छ शक्ति, नारी सशक्तीकरण जैसे आधे दर्जन सम्मान तक का सफर तय कर ली। डॉ मधु को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आठ मार्च 2017 को गांधीनगर (गुजरात) में स्वच्छता दूत सम्मान दिया गया था। डॉ. मधु के कार्यों से प्रभावित होकर तत्कालीन डीएम अनिमेष परासर ने उन्हें जिले का स्वच्छता आइकॉन बना विशेषकर महिला जनप्रतिनिधियों को जागरूक करने का टास्क सौंपा था। उनके प्रयास से ही संझौली सबसे कम दिन में शौचमुक्त प्रखंड घोषित होने वाला देश का पहला प्रखंड बना था। इस वर्ष राज्य के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह व राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणी मिश्रा द्वारा कंचन रत्न सम्मान से नवाजा गया। 2018 में लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री उमा भारती द्वारा नारी सशक्तीकरण गर्व पुरस्कार दिया जा चुका है।

chat bot
आपका साथी