अस्पतालों में दूसरे दिन भी ठप रही ओपीडी सेवा, मरीज परेशान

रोहतास। भोजपुर में तीन डाक्टरों की डीएम के कथित आदेश पर की गई पिटाई के विरोध से आक्रोशित जिले के सरक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 04:12 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 04:12 PM (IST)
अस्पतालों में दूसरे दिन भी ठप रही ओपीडी सेवा, मरीज परेशान
अस्पतालों में दूसरे दिन भी ठप रही ओपीडी सेवा, मरीज परेशान

रोहतास। भोजपुर में तीन डाक्टरों की डीएम के कथित आदेश पर की गई पिटाई के विरोध से आक्रोशित जिले के सरकारी चिकित्सक गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। आइएमए व भासा के आह्वान पर हुई हड़ताल से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। अस्पतालों में ओपीडी बंद करने का सबसे ज्यादा खामियाजा जिले के मरीजों को भुगतना पड़ा है। डॉक्टरों की सामूहिक हड़ताल का कहर गरीब मरीजों पर टूटा है, जिससे उन्हें इलाज कराने को ले मोटी राशि खर्च करनी पड़ रही है। चिकित्सक संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जिद पर अड़े हैं। वहीं सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने अस्पताल पहुंच हड़ताल से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। सदर अस्पताल में पसरा रहा सन्नाटा :

डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल सहित कई जगहों पर दिन भर मरीज भटकते रहे। चिकित्सकों के नहीं रहने से सदर अस्पताल के ओपीडी में सन्नाटे की स्थिति रही। जिससे दूर दराज से आए मरीजों को बिना इलाज कराए ही लौटना पड़ा। नए मरीजों का पंजीयन तक नहीं हुआ। हालांकि अस्पताल में आपातकालीन सेवा पूर्ववत जारी है। दूसरे दिन भी बिना इलाज के वापस हुए मरीज

सुरक्षा समेत विभिन्न मांगों को लेकर चिकित्सकों की हड़ताल से जहां सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक की चिकित्सा व्यवस्था चरमराई रही, वहीं मरीज भी हलकान रहे। ओपीडी पूरी तरह ठप रहा। जबकि इमर्जेंसी में आज भी चिकित्सक मरीजों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें रेफर करते रहे। स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के चलते पर्ची काटने वाली खिड़की बंद थी। दर्जनों मरीज काउंटर पर पर्ची कटाने का घंटों इंतजार करते रहे। बाद में हड़ताल की सूचना पर वे लौटने को विवश हो गए। इसके चलते न सिर्फ ओपीडी में मरीजों को परेशानी हुई बल्कि दूर-दराज से इमरजेंसी में आए मरीजों को निजी नर्सिग होमों का शरण लेना पड़ा। वहीं कई गरीब व लाचार पैसे के अभाव में अपने घर लौटने को विवश रहे। सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने भी अस्पताल पहुंच वहां हड़ताल से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। आपातकालीन सेवा में तैनात थे चिकित्सक :

मरीजों की सुविधा को ध्यान में रख कर अस्पताल में आपातकालीन सेवा के लिए नियमित रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों को तैनात किया गया था। जिसमें दिन में डॉ. आरएल ¨सह व दोपहर बाद डॉ. बीके पुष्कर तैनात थे। हालांकि ओपीडी में आज भी किसी मरीज का इलाज नहीं हुआ, लेकिन आपातकाल में आए मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया। कहते हैं उपाधीक्षक :

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. केएन तिवारी ने कहा कि गुरुवार को भी सिर्फ ओपीडी को बंद रखा गया है। कहा कि भासा के आह्वान पर हुई बैठक में सर्वसम्मति से हड़ताल का निर्णय लिया गया। बैठक में अस्पतालों में हंगामा करने व चिकित्सकों को जिला प्रशासन द्वारा समुचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराए जाने पर रोष व्यक्त किया गया। मौके पर कई चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।

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