नहीं रहे स्वतंत्रता के सिपाही, रंगकर्मी व व्यवसाई जगन्नाथ प्रसाद
स्वतंत्रता के सेनानी रंगकर्मी औऱ शहर के प्रतिष्ठित 90 वर्षीय व्यवसाई जगन्नाथ प्रसाद का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुन शहर में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
संवाद सहयोगी, डेहरी-ऑन-सोन: रोहतास। स्वतंत्रता के सेनानी रंगकर्मी औऱ शहर के प्रतिष्ठित 90 वर्षीय व्यवसाई जगन्नाथ प्रसाद का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुन शहर में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन करने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। दिवंगत प्रसाद का अंतिम संस्कार टाल बांस स्थित श्मशान घाट में देर शाम किया गया। पांचवे पुत्र अंकुर गुप्ता ने मुखग्नि दी। प्रसाद सामाजिक तौर पर लगातार सक्रिय रहे थे।
1933 में जन्मे प्रसाद अपने को स्वतंत्रता के सिपाही कहते थे। अल्प आयु में देश के स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रभक्ति गीत गाया करते थे। वे शिक्षा को सबसे बड़ा धन मानते थे। अपने पीछे पांच पुत्र व दो पुत्री के साथ भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। वे शहर के पुराने रंगकर्मी थे। डेहरी-डालमियानगर व ग्रामीण अंचलों में सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध नाटक आयोजित करते थे। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में भी हिस्सा लेते रहते थे। वे भाजपा के एक सच्चे सिपाही थे। हालांकि 1972 के भारत-पाक युद्ध में बंग्लादेश के निर्माण में अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा इंदिरा गांधी की भूमिका के बारे में प्रशंसा के बाद उनका फैंस हो अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर लगा रखी थी। डेहरी के पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह ने कहा कि जगरनाथ बाबू हमारे पार्टी के गार्जियन थे। उनके निधन से पार्टी को भारी क्षति पहुंची है।शोक व्यक्त करने वालों में समाजसेवी पवन झुनझुनवाला, भाजपा नगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, बबल कश्यप, पूर्व विधायक प्रदीप जोशी, संजय पासवान, मुख्य पार्षद बिशाखा सिंह, वार्ड पार्षद संजीत सिंह, विनय चंचल, राजद नेता गुड्डू चंद्रवंशी, व्यवसाई राजू कुशवाहा, राजू गुप्ता, जदयू नेता रविद्र नाथ सिंह समेत अन्य शामिल हैं।