डिब्ररूगढ़ में तैनात जवान का शव पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल

असम के डिब्ररूगढ़ में ड्यूटी के दौरान मरे असम राइफल्स के जवान श्रीनिवास सिंह का शव बुधवार को बघैला थाना क्षेत्र के पैतृक गांव कर्मा पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा। अपने सपूत की एक झलक पाने के लिए गांव के ग्रामीण उमड़े पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 10:18 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 10:18 PM (IST)
डिब्ररूगढ़ में तैनात जवान का शव पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल
डिब्ररूगढ़ में तैनात जवान का शव पहुंचते ही गमगीन हुआ माहौल

संवाद सूत्र, नोखा : असम के डिब्ररूगढ़ में ड्यूटी के दौरान मरे असम राइफल्स के जवान श्रीनिवास सिंह का शव बुधवार को बघैला थाना क्षेत्र के पैतृक गांव कर्मा पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा। अपने सपूत की एक झलक पाने के लिए गांव के ग्रामीण उमड़े पड़ा। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। आस पड़ोस के लोग ढांढस बंधाने में लगे थे। पूर्व से ही वहां मौजूद लोग गांव के लाल की एक झलक पाने के लिए बेताब हो गए। फूलों से लिपटे श्रीनिवास के पार्थिव शरीर को स्थानीय पुलिस बलों व यूनिट के जवानों ने कमांडेड राजा बाबू के नेतृत्व में मातमी धुन बजा कर सलामी दी।

बताते चलें कि तीन दिन पूर्व असम के डिब्रूगढ़ में ड्यूटी पर तैनात सेना नायक श्रीनिवास सिंह का हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया था, जिनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटे हुए सेना के ताबूत में बुधवार को उनके पैतृक गांव कर्मा लाया गया। इसकी सूचना पाते ही जवान के पार्थिव शरीर का दर्शन पाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। उनके ज्येष्ठ भाई भूलन सिंह ने मुखाग्नि दी।

उन्होंने बताया कि श्रीनिवास सिंह 1980 में असम राइफल्स में भर्ती हुए थे। देश के प्रति सेवा समर्पण के बीच उनके जीवन के 59वां साल गुजर गया। उनकी पत्नी सावित्री देवी व एक मात्र पुत्री रिया कुमारी का रोते-रोते बुरा हाल था। शव यात्रा में शामिल लोग भारत माता की जय व श्रीनिवास अमर रहे के नारे लगा रहे थे। शव यात्रा में सिसिरता पंचायत के मुखिया चितरंजन तिवारी, बघैला थानाध्यक्ष कपिलदेव पासवान, सीओ किशोर पासवान, उप प्रमुख संतोष कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

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