छठे दिन हुई कात्यायनी की पूजा, मंदिरों में रही भीड़

शारदीय नवरात्र अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। मां के मंत्रों व गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। नवरात्र व्रतीआदिशक्ति मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा कर मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना की। छठे दिन सोमवार को मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी की उपासना की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 10:42 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 10:42 PM (IST)
छठे दिन हुई कात्यायनी की पूजा, मंदिरों में रही भीड़
छठे दिन हुई कात्यायनी की पूजा, मंदिरों में रही भीड़

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास । शारदीय नवरात्र अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। मां के मंत्रों व गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। नवरात्र व्रतीआदिशक्ति मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा कर मनोवांछित फल प्राप्ति की कामना की। छठे दिन सोमवार को मां दुर्गा के छठे स्वरूप कात्यायनी की उपासना की गई। देवी मंदिरों में पूजा करने वालों की भीड़ लगी रही। श्रद्धालु सुबह से ही ताराचंडी, यक्षिणी धाम, तुतला भवानी, अस्कामिनी मंदिर समेत अन्य देवी मंदिरों में पूजा करने के लिए लाइन में खड़े रहे। मंगलवार को श्रद्धालु मां के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा करेंगे। देर रात तक मां की प्रतिमा पूजा पंडालों में पहुंची, जहां सप्तमी के दिन विशेष पूजा अर्चना के बाद मां के पट को दर्शन के लिए खोला जाएगा।

दुर्गा पूजा को कोरोना गाइडलाइन के तहत संपन्न कराने को ले प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। डीजे बजाने से लेकर मूर्ति विसर्जन जुलूस पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। दंडाधिकारियों व सुरक्षा कर्मियों को सप्तमी से लेकर मूर्ति विसर्जन तक प्रतिनियुक्ति स्थल पर ड्यूटी करने का निर्देश दिया गया है। शक्ति स्वरूप मां कात्यायनी की सच्चे मन से आराधना करने वाले भक्तों के सभी पाप दूर कर देती हैं। इस दिन साधक का मन आज्ञा चक्र में स्थित होता है। योगसाधना में आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक मां कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। जानकारों की मानें तो ऐसा माना जाता है कि ऐसे भक्तों को सहज भाव से मां के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।

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