मौज-मस्ती में भूल गए कोरोना, खूब चला लिट्टी-चोखा

भादों माह के पहले रविवार को सैलानियों द्वारा मनाए जाने वाले जश्न पर कोरोना का असर नहीं दिखा। रोक के बावजूद लोगों ने घरों से बाहर निकल कैमूर पहाड़ी की तलहटी में जश्न के भागीदार बने। युवाओं ने मौज-मस्ती में कोरोना को भी पूरी तरह से भूल गए थे। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश दरिगांव थाने की पुलिस व अधिकारियों ने मांझर कुंड को जाने वाले रास्ते पर पैनी नजर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 05:14 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 07:45 PM (IST)
मौज-मस्ती में भूल गए कोरोना, खूब चला लिट्टी-चोखा
मौज-मस्ती में भूल गए कोरोना, खूब चला लिट्टी-चोखा

रोहतास। भादो माह के पहले रविवार को सैलानियों द्वारा मनाए जाने वाले जश्न पर कोरोना का असर नहीं दिखा। रोक के बावजूद लोगों ने घरों से बाहर निकल कैमूर पहाड़ी की तलहटी में जश्न के भागीदार बने। युवाओं ने मौज-मस्ती में कोरोना को भी पूरी तरह से भूल गए थे। हालांकि जिला प्रशासन के निर्देश दरिगांव थाने की पुलिस व अधिकारियों ने मांझर कुंड को जाने वाले रास्ते पर पैनी नजर रखने का काम किया। मांझर कुंड जाने वालों की जमकर खैरियत ली। लॉकडाउन व निर्देशों को ताक पर रख जश्न मनाने जाने वालों से जुर्माना भी वसूला गया। कार्रवाई की भनक लगते ही कई लोग पहाड़ी से नीचे ही पिकनिक का आनंद लिया।

गौरतलब है कि रक्षाबंधन के बाद भादों माह के पहले रविवार को माझंर कुंड में जश्न मनाने का वर्षों पुरानी परंपरा है। जहां पर लोग बड़ी संख्या में पहुंच जल प्रपात में स्नान करते हैं व वहां पर पिकनिक का आनंद लेते हैं। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार द्वारा किसी भी प्रकार के जश्न आयोजन व भीड़ पर रोक लगा रखी है। लेकिन रोक के बाद भी बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने मांझर कुंड को निकले थे। प्रशासनिक सख्ती के कारण युवाओं के अंदर मांझर कुंड नहीं जाने का मलाल भी दिखा। यही कारण है कि वापस लौटने की बजाए पहाड़ के नीचे ही पिकनिक का लुत्फ उठाया, जहां पर फिजिकल डिस्टेंटस का पूरी तरह अभाव दिखा।

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