मुख्यमंत्री आज करेंगे ई संजीवनी टेलीमेडिसिन का शुभारंभ
स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार अग्रसर दिखाई दे रही है। खासकर ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ सभी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने को लेकर सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है।
जागरण सवाददाता, सासाराम : रोहतास। स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार अग्रसर दिखाई दे रही है। खासकर ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ सभी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने को लेकर सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा ई-संजीवनी या टेलीमेडिसिन का शुभारंभ किया जाएगा। इसके अलावा तीन अन्य सुविधाओं का भी शुभारंभ होगा, जिसमें अश्विन पोर्टल, वंडर एप एवं 102 बिहार इमरजेंसी एम्बुलेंस पोर्टल शामिल है। जिले में ोहरी, नोखा एवं करगहर प्रखंड अंतर्गत हब सेंटरों पर वेवकास्टिग के माध्यम से उद्घाटन का लाइव प्रसारण दिखया जाएगा। जिले में बनाए गए 17 हब सेंटर :
जिला स्वास्थ्य समिति के योजना समन्वयक संजीव कुमार मधुकर ने बताया कि जिले के तीन प्रखंडों में 17 हब सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें डेहरी व नोखा प्रखंड के पांच-पांच एवं करगहर प्रखंड में सात हब सेंटर बनाए गए हैं। इसके लिए छह डॉक्टर भी नियुक्त किए गए हैं। सभी हब केंद्रों पर वेवकास्टिग के माध्यम से वहां मौजूद चिकित्सा कर्मियों के अलावा ग्रामीण जनता को भी इन सुविधाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. सुधीर कुमार की माने तो ई संजीवनी सेवा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग खासकर वैसे क्षेत्रों में जहां आवागमन की उचित व्यवस्था नहीं है वहां के लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प होगा। प्रखंडों में स्थित पीएचसी में बनाए गए हब सेंटर पर पहुंचकर टेलीमेडिसिन सुविधा के माध्यम से अपने विभिन्न रोगों से संबंधित डॉक्टरों से रूबरू होंगे। जहां उचित सलाह के साथ उन्हें टेलीमेडिसिन के माध्यम से डॉक्टर दवा लिखेंगे। इस तरह की सुविधा हो जाने से मरीज को अनुमंडलीय या सदर अस्पताल में आने की आवश्यकता कम पड़ेगी।