कोरोना महामारी को बढ़ा रही हम सबकी लापरवाही, मास्क व शारीरिक दूरी की बात यहां बेमानी

आए दिन कोरोना महामारी से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इसके लिए हमारी लापरवाही सबसे अधिक जवाबदेह है। हर रोज लोग कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:38 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 09:38 PM (IST)
कोरोना महामारी को बढ़ा रही  हम सबकी लापरवाही, मास्क व शारीरिक दूरी की बात यहां बेमानी
कोरोना महामारी को बढ़ा रही हम सबकी लापरवाही, मास्क व शारीरिक दूरी की बात यहां बेमानी

जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। आए दिन कोरोना महामारी से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इसके लिए हमारी लापरवाही सबसे अधिक जवाबदेह है। हर रोज लोग कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। खरीददारी के लिए हाट, बाजार में जिस प्रकार से भीड़ जुट रही है उससे सरकारी निर्देशों का अनुपालन नहीं हो पा रहा है। बाजार, दुकान, पेट्रोल पंप हो या बैंक परिसर सभी जगहों पर कोरोना गाइड लाइन का अनुपालन हकीकत के बदले सिर्फ आदेशों तक सिमट कर रहा गया है। बिना मास्क पहने व समूह बना के एकत्र लोगों को देखकर ऐसा लगता ही नहीं कि लोगों में कोरोना को लेकर जरा भी भय या सतर्कता है। बाजारों में न सामान बेचने वाले मास्क पहन रहे हैं और न ही खरीदने वाले लोग। दुकानदार से लेकर खरीददार सभी बेखौफ हो सुरक्षा मानकों को तार तार करने में लगे हैं। दैनिक जागरण की टीम सोमवार को सब्जी बाजार मंडी व बैंकों में भीड़ की स्थिति का जायजा ली जहां कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उउ़ती दिखी। ²श्य -एक

समय :सुबह आठ बजे स्थान : आदर्श कुशवाहा सब्जी मंडी स्थानीय छहकोनवा स्थित आदर्श कुशवाहा सब्जी मंडी यहां की थोक मंडी मानी जाती है।शहर के तमाम छोटे बड़े सब्जी व फल व्यापारी यहां से थोक भाव में उठाव करते है।यहां पर आलू-प्याज से लेकर फल व सब्जियां थोक भाव में मिलती हैं।इसके लिए यहां पर हर रोज कई व्यवसायी खरीददारी करने आते हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा गाइड लाइन यहां तार-तार दिखा। यहां मौजूद खरीददार से लेकर विक्रेता तक अधिकांश लोग बिना मास्क के दिखे और अनावश्यक भीड़ लगाए रहे।

²श्य - 2

समय : सुबह 11 बजे स्थान : पीएनबी -मुख्य शाखा कोरोना काल में भी बैंकों में लेनदेन व अन्य कार्यों के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। बैंकों के अन्दर तो एक साथ अधिक लोगों को नही जाने दिया जा रहा है लेकिन अंदर पहुंचे लोग भी शारिरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं। लोग बाहर परिसर में भीड़ लगाकर खड़े रह रहे हैं। यहां भी मास्क की उपयोगिता इनके लिए कम दिख रही है। बैंकों के बाहर यहां कोई नियम न लागू होने से उनमें फिजिकल डिस्टेसिग का कोई मायने नहीं दिखता। जिम्मेदार सब कुछ जानकर भी यहां अनजान बने नजर आ रहे हैं।

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