तीसरी लहर से बचने के लिए जिले में 38 एंबुलेंस खरीदने की स्वीकृति

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान एम्बुलेंस के कम पड़ जाने के कारण मरीजों को आटो से लेकर ठेला और खाट से पर अस्पताल पहुंचाने के कई दर्जनों मामले सामने आने के बाद शायद तीसरी लहर के दौरान यह नौबत नहीं आए इसको ले अभी से तैयारी शुरु कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 11:55 PM (IST)
तीसरी लहर से बचने के लिए जिले में 38 एंबुलेंस खरीदने की स्वीकृति
तीसरी लहर से बचने के लिए जिले में 38 एंबुलेंस खरीदने की स्वीकृति

जागरण संवाददाता,सासाराम:रोहतास। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान एम्बुलेंस के कम पड़ जाने के कारण मरीजों को आटो से लेकर ठेला और खाट से पर अस्पताल पहुंचाने के कई दर्जनों मामले सामने आने के बाद शायद तीसरी लहर के दौरान यह नौबत नहीं आए, इसको ले अभी से तैयारी शुरु कर दी गई है। लहर के दौरान मरीजों को गांव से लेकर शहर तक कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना से जिले में कुल 38 एंबुलेंस खरीदारी के लिए आवेदकों को स्वीकृति दी गई है।

परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक प्रखंड में दो एंबुलेंस खरीदे जाने है। मरीजों को सहज ऑक्सीजन व आइसीयू बेड की कमी के कारण मची अफरातफरी के बाद स्वास्थ्य महकमा तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सभी तैयारियां शुरू कर दी है। सदर अस्पताल परिसर में ही एक हजार लीटर प्रति मिनट आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। वहीं अलग से आइसीयू वार्ड का निर्माण भी कराया जा रहा है। सदर अस्पताल को माडल अस्पताल के रूप में विकसित करने की दिशा में भी काम चल रहा है। अधिकारिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल को माडल के रूप में विकसित करने के लिए कुल 55 करोड 35 लाख की लागत आएगी। यह काम टेंडर प्रकिया में है। कोरोना के तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमित होने के अनुमान होने के कारण 100 बेड का मातृ व शिशु स्वास्थ्य सेंटर का निर्माण पर 21 करोड़ 81 लाख रुपये व दो करोड़ की लागत से 10 बेड का पिडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का निर्माण प्रस्तावित है। जिसका निमार्ण कार्य अगले सप्ताह तक शुरु हो जाएगी। यह कार्य स्वास्थ्य विभाग की कार्य एजेंसी बीएमसीआइएल पटना के द्वारा किया जाना है। प्रभारी डीएम सह डीडीसी सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि तीसरी लहर से निबटने के लिए सभी बीडीओ को पंद्रहवे वित्त आयोग की राशि से चिकित्सीय उपकरण व अन्य वस्तुएं क्रय करने का निर्देश दिया गया है। इसकी समीक्षा भी की जा रही है। सिविल सर्जन डा. सुधीर कुमार ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में हालांकि सभी अनुमंडलीय अस्पतालों व सदर अस्पताल में कोविड केयर सेंटर तथा डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर बनाए गए थे। बावजूद मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। संभावित कोरोना की तीसरी लहर के समय ऑक्सीजन को लेकर किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए सदर अस्पताल के अलावा डेहरी व बिक्रमगंज अनुमंडलीय अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने से लेकर अन्य तैयारी शुरू कर दी गई है।

तीसरी लहर रोकने के लिए लगाए जा रहे है अधिक से अधिक लोगों को टीका: तीसरी लहर से बचने के लिए टीका लगाना सबसे कारगर व सुरक्षित कदम स्वास्थ्य विशेषज्ञ बता रहे है। इस कवायद के तहत अब तक जिले में 6.50 लाख लोगों को टीका दिया जा चुका है। जिसमें प्रथम डोज लेने वालों संख्या 5.50 लाख से ऊपर है। स्वास्थ्य विभाग पहला डोज लेने वाले लोगों से दूसरा डोज लगाने की भी अपील की जा रही है।

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