सदर अस्पताल में अब होगा एड्स पीड़ितों का इलाज
रोहतास। एचआइवी से संक्रमित लोगों को अब इलाज के लिए दूसरे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा
रोहतास। एचआइवी से संक्रमित लोगों को अब इलाज के लिए दूसरे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। सदर अस्पताल में ही इनकी इलाज की व्यवस्था शुरू की जाएगी। इसके लिए यहां एंटी रेट्रोवायरस थेरोपी सेंटर की स्थापना की जा रही है, जो अगले माह से काम करना भी शुरू कर देगा। इस सेंटर में एचआइवी पॉजिटिव वाले मरीजों के खून जांच से लेकर इलाज तक की समुचित व्यवस्था की जाएगी। नेशनल एड्स कंट्रोल ऑथोरिटी द्वारा डेंजर जोन में इस जिले को शामिल किए जाने के बाद एआरटी सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। जिसे ले राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के उच्चाधिकारियों ने एक वर्ष पूर्व मौका मुआयना कर एआरटी सेंटर में उपलब्ध होने वाली सुविधाओं का जायजा लिया था। जिसके बाद सेंटर में काम करने वाले कर्मियों व अधिकारियों की बहाली प्रक्रिया भी शुरू की गई है।
अभी गया में होती है जांच व इलाज :
सदर अस्पताल के अलावा बिक्रमगंज में खुले परामर्श केंद्र में पहुंचने वाले एड्स पीड़ित मरीजों को अबतक सिर्फ सलाह देने का ही काम होता रहा है। इन दोनों केंद्रों पर जो मरीज पहुंचते हैं, उनका रजिस्ट्रेशन कर उनके खून की जांच के लिए गया भेजा जाता है, उसके बाद उन्हें इलाज के लिए भी वहीं भेजा जाता है। सदर अस्पताल में एआरटी सेंटर खोलने के निर्णय से एचआइवी पॉजिटिव मरीजों के खून की जांच से लेकर उनके इलाज तक की तमाम व्यवस्था अब यहीं उपलब्ध होगी। सदर अस्पताल में फिलहाल चार तरह के जांच केंद्र काम कर रहा है। जिसमें इंटीग्रेटेड काउंसलिग एवं टेस्टिग सेंटर, प्रिमेन्सन पैरेंट्स टू चाइल्ड ट्रांसमिशन, सेक्सुअली टेस्विटेड डिजिज व एआरटी सेंटर शामिल है। परामर्श केंद्र के चिकित्सकों की मानें तो हर साल जिले में सौ से अधिक एचआइवी पॉजिटिव की पहचान होती है। असुरक्षित यौन संबंध स्थापित करने से एड्स फैलने की संभावना अधिक रहती है। केंद्र सरकार ने रोहतास जिला को डेंजर जोन में शामिल किया है। रेड लाइट एरिया में विशेष रूप से जागरूकता फैलाने के साथ-साथ समय-समय पर परामर्श देने का कार्य किया जाता है। सदर अस्पताल के डीपीसी संजीव मधुकर के मुताबिक एआरटी सेंटर को शुरू करने की दिशा में प्रक्रिया शुरू है। आचार संहिता लगने के कारण बहाली प्रक्रिया को स्थगित करनी पड़ी थी, जिसे फिर से शुरू की जाएगी। अगले माह से संभवत: यह सेंटर काम करना शुरू कर देगा।