जिले के 226 बैंक शाखाओं में हड़ताल के कारण लटका रहा ताला
रोहतास।सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक
रोहतास।सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण प्रस्ताव के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन की ओर से दो दिवसीय देशव्यापी बैंक हड़ताल के पहले दिन सोमवार को जिले के कुल 226 बैंक शाखाओं में ताला लटका रहा। हड़ताल के कारण सभी सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों में कोई कामकाज नहीं हुआ। बैंकों के मुख्य द्वार पर ताला बंद कर बैंककर्मी धरना दिया। हड़ताल के कारण आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। व्यवसायियों को भी लेनदेन करने में कठिनाई हुई। जिले में कार्यरत एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, कॉरपोरेशन बैंक समेत कई अन्य बैंको में हड़ताल के कारण आज लगभग 250 करोड़ का व्यवसाय प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
एलडीएम विभाकर झा ने बताया कि जिले की 226 बैंक की शाखाओं में हड़ताल के कारण करोड़ों रुपये व्यवसाय प्रभावित हुआ है। व्यवसाय प्रभावित होने का आंकलन किया जा रहा है। बैंक अधिकारियों के अनुसार दो दिनों की हड़ताल में लगभग साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये का व्यवसाय प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। हड़ताल को ले स्थानीय पीएनबी मुख्य शाखा के गेट पर तालाबंद कर अधिकारियों व कर्मियों ने धरना दिया। हड़ताली बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के (एआइबीइए) संयोजक व बैंक ऑफ इंडिया इम्पलाईज यूनियन (बिहार स्टेट) के उपाध्यक्ष नागेश्वर महतो, पीएनबी ऑफिसर एसोसिएशन के नेताओं ने धरना दे रहे बैंक कर्मियों को संबोधित किया। हड़ताल पर गए बैंककर्मियों की मुख्य मांगों में जनविरोधी बैंकिग सुधार पर रोक, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बचाने, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण प्रस्ताव वापस लेने, बैंकों में बड़े पैमाने पर सभी रिक्त पदों पर जल्द बहाली करने, जानबूझकर बैंक ऋण चुकता नहीं करने वाले बड़े कर्जदारों व कॉरपोरेट घरानों से बैंक ऋण वसूली हेतु सख्त कानून बनाने की मांग प्रमुख है।