सहुरिया मिलिक में सीने पर कलश रख कर रहे नवरात्र

वासंतिक नवरात्र को लेकर बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों में कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 07:53 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 07:53 PM (IST)
सहुरिया मिलिक में सीने पर कलश रख कर रहे नवरात्र
सहुरिया मिलिक में सीने पर कलश रख कर रहे नवरात्र

पूर्णिया। वासंतिक नवरात्र को लेकर बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों में कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं। रामनगर फरसाही पंचायत के सिकटिया, चोपड़ा बाजार, सहुरिया सुभाय मिलिक पंचायत के नारायणपुर व अन्य जगहों पर माता दुर्गा व अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई है। देवी आराधना अनुष्ठान से आसपास का माहौल भक्तिमय हो गया है। इधर विभिन्न मंदिरों व पूजा पंडालों में देवी प्रतिमाओं को आकर्षक तरीके से सुसज्जित किया गया है। वहीं हर साल की तरह इस बार भी सहुरिया सुभाय मिलिक पंचायत के नारायणपुर गांव में महेश कुमार शर्मा अपने सीने पर कलश रखकर भगवती की आराधना कर रहे हैं। पिछले डेढ दशक से वे सीने पर कलश स्थापित कर पूजा अर्चना कर रहे हैं। इस बार भी वे अपने सीने पर कलश रखकर बिना अन्न जल ग्रहण किए भक्ति में लीन हैं।

मैया की पूजा अर्चना, हवन-पूजन व मंत्रोच्चार से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। नवरात्र करनेवाले श्रद्धालुओं द्वारा घरों में कलश स्थापना के दिन से ही दुर्गा सप्तशती का सस्वर पाठ किया जा रहा है। रामायण और दुर्गा पाठ चालीसा में बच्चे भी सहभागी बन रहे हैं। मंदिर और घरों में शंख घंटे की ध्वनि गूंजने लगी है। संध्या के समय मंदिरों में बड़ी संख्या में महिलाएं दीया जलाने के लिए पहुंच रही हैं। पुजारी प्रमोद कुमार झा , पंडित मुन्ना झा ने बताया कि सातवें दिन सोमवार को कालरात्रि की विशेष रूप से पूजा अर्चना की गई। जानकारी दी गई कि मां कालरात्रि की उपासना से प्रतिकूलताओं से उत्पन्न सभी बाधाएं व क्लेश दूर हो जाते हैं और शोक मुक्त रहने का वरदान प्राप्त होता है।

चैती दुर्गा पूजा समिति चोपड़ा बाजार के अध्यक्ष मलय कुमार दास , सचिव सह रामनगर फरसाही पंचायत के मुखिया विरेन्द्र प्रसाद यादव , किशोर, कुमार दास, सुनील कुमार सिंह, सुनील कुमार रजक, दीनानाथ भगत ,संजय कुमार रजक व अन्य सदस्यों ने बताया कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए भक्ति भाव से यहां पूजा अर्चना की जा रही है। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से श्रद्धालुओं का निरंतर आवागमन हो रहा है।

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