संक्रमण से बचाव के मोर्चे पर जिला प्रशासन विफल : राजेश

कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे जिले में हाहाकार मचा हुआ है और जिला प्रशासन वीडियो काफ्रेंसिग और बैठक में व्यस्त है। इसका परिणाम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:20 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:20 PM (IST)
संक्रमण से बचाव के मोर्चे पर जिला प्रशासन विफल : राजेश
संक्रमण से बचाव के मोर्चे पर जिला प्रशासन विफल : राजेश

पूर्णिया। कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे जिले में हाहाकार मचा हुआ है और जिला प्रशासन वीडियो काफ्रेंसिग और बैठक में व्यस्त है। इसका परिणाम सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। सरकारी अस्पतालों का हाल बेहाल है, प्राइवेट अस्पतालों में लूट मची हुई है और बाजार में आवश्यक दवाओं का किल्लत पैदा कर मौत का बाजार सजाने की तैयारी चल रही है। कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण के हर मोर्चे पर जिला प्रशासन पूरी तरह विफल साबित हो रहा है। उक्त बातें जन अधिकार पार्टी युवा परिषद महासचिव सह प्रवक्ता राजेश यादव ने कहा। समय रहते जिला प्रशासन सचेत नहीं हुआ और चैन की वंशी बजाता रहा तो जिला का कोरोना संक्रमण की आग में जलना तय है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के दावे के उलट स्थिति यह है कि आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट पांच से सात दिनों में आती है। तब तक कई लोग संक्रमण के शिकार हो जा रहे हैं। सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर जांच अब तक शुरू नहीं हो पाना राज्य सरकार की नाकामी है। प्राइवेट लैब में इस जांच के 2500 रुपये वसूले जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जितने बेड की उपलब्धता के दावे किए जा रहे हैं वह हकीकत से दूर है। सबसे दुखद यह है कि इन अस्पताल में जिला प्रशासन द्वारा जो राशि इलाज के लिए निर्धारित की गई है, उससे तिगुना राशि वसूली जा रही है। कोरोना मरीजों को जो दवा लिखी जा रही है वह अस्पताल में उपलब्ध नहीं है और खुले बाजार में इसकी कालाबाजारी हो रही है।

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