टीकाकरण में सूबे के लिए नजीर बना सीमांचल, अररिया पहले स्थान पर, पूर्णिया को मिला दूसरा स्थान
टीकाकरण में सीमांचल सूबे के लिए एक नजीर के रूप में उभरा है। खासकर सीमांचल के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग टीकाकरण के संबंध में फैली कई तरह की भ्रांतियों को दरकिनार करते हुए टीका केंद्रों पर जाकर कोरोना वैक्सीन की डोज ले रहे हैं।
पूर्णिया [राजीव कुमार]। टीकाकरण में सीमांचल सूबे के लिए एक नजीर के रूप में उभरा है। खासकर सीमांचल के अल्पसंख्यक समुदाय के लोग टीकाकरण के संबंध में फैली कई तरह की भ्रांतियों को दरकिनार करते हुए टीका केंद्रों पर जाकर कोरोना वैक्सीन की डोज ले रहे हैं।
21 जून के टीकाकरण के विशेष आयोजन के दिन यही वजह रही कि सीमांचल अल्पसंख्यक बहुल इलाका होने के बाद भी टीकाकरण में अररिया सूबे में अव्वल रहा जबकि पूर्णिया ने सूबे में तीसरा स्थान हासिल किया। अररिया में सबसे अधिक एक दिन में 61 हजार 595 लोगों ने टीकाकरण करवाया जबकि पूर्णिया में एक दिन में 50 हजार 118 लोगों ने टीका लगवाया।
टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है सीमांचल के जिस प्रखंड में अल्पसंख्यक समुदाय की आबादी साठ से सतर फीसदी है वहां लोगों ने टीकाकरण के निर्धारित लक्ष्य से दो गुणा टीकाकरण करवाया। यही वजह रही की कई स्थानों पर टीका करण के लिए भेजी गयी भाइल कम पड़ गयी और दोबारा स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोराना टीका की खेप मंगाकर लोगों को टीका लगवाना पड़ा। लोगों का यह उत्साह कोरोना के खिलाफ जंग के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा था। जिन अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में टीका करण के लिए कभी टीका कर्मियों की टीम टीका लगवाने के इंतजार में बैठकर वापस आ जाती थी मगर कोई टीकाकरण के लिए तैयार नहीं होता था। कई स्थानों पर तो टीका लगाने गयी स्वास्थ्य विभाग की टीम को स्थानीय लोगों द्वारा खदेड़ कर भगा देने के मामला भी सामने आया। मगर टीकाकरण को लेकर प्रशासन द्वारा लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का कमाल अथवा टीका लगाने का पीएम सहित सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के अनुरोध का असर या फिर टीका करण को ही कोरोना का हराने का सबसे बड़ा हथियार मान लेने की लोगों की समझ अब हर टीकाकेन्द्र पर लोगों की लंबी कतार दिख रही है।
-------------------------------------------
सूबे में टीकाकरण में सीमांचल के जिलों में एक दिन में लगाए गए टीकों की संख्या
--------------------------
अररिया- 61595
पूर्णिया- 50118
सुपौल- 17650
मधेपुरा - 10613
किशनगंज- 4055
कटिहार- 9220
सहरसा - 10909
--------------------------------------
पूर्णिया जिले के प्रखंड़ों में एक दिन में लगाए गए टीकों का ब्यौरा
-----------------------------------
अमौर- 2520
वैसा- 20157
बायसी- 5840
डगरूआ- 2905
पूर्णिया पूर्व- 9453
कसबा- 2940
जलालगढ़ - 1930
श्रीनगर- 2000
केनगर- 2250
बनमनखी- 4140
बीकोठी- 2081
भवानीपुर- 4011
धमदाहा- 3950
रूपौली- 3586
----------------------------------------------------
सबने कहा कोरोना टीका लेकर ही हरा सकते हैं कोरोना को
----------------------------------
कोरोना टीका लेने को लेकर उत्साहित बायसी के मो. रूस्तम ने कहा कि कुछ लोगों ने टीकाकरण को लेकर की तरह की अफवाहें फैला दी थी। लेकिन अब हम इस अफवाह की सच्चाई से अवगत हो चुके हैं। इस कारण परिवार के साथ टीकाकरण कराने टीका केन्द्र पर आए हैं। अमौर के मो. जुैवर ने कहा कि कोरोना से निजात पाने का एक मात्र उपाय टीकाकरण ही है इस कारण हर किसी को आगे बढ़कर टीकाकरण कराकर कोरोना के खिलाफ देश में लड़ी जा रही लडाई में साथ देना चाहिए। बेगम नूरी ने कहा कि टीका को लेकर जिस तरह की गलत बयानी की गयी है उससे हमारे परिवार के साथ - साथ देश का भी नुकसान हुआ है। हमने केन्द्र पर जाकर टीका लिया और हमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई।
-----------------------------------------
कई टीकाकेन्द्रों पर टीका लेने के लिए मेले सा दिखा नजारा
------------------------------------------
पूर्णिया के अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों में की टीकाकरण केन्द्रों पर मेले जैसा नजारा दिखा। वैसा के मध्य विद्यालय भाषाबाड़ी , पीएचसी वैसा में रौटा बाजार में अमौर के सिमलबाड़ी, हरिपुर, छिमिया, तालबाड़ी , डोरिया, बायसी के मजगामा, ताराबाड़ी , हरिणतोड़ आदि टोलों में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र में लोगों की लंबी कतार देखी गई।
--------
कोट के लिए
21 जून को टीकाकरण के विशेष आयोजन में सीमांचल टीकाकरण में देश के लिए नजीर के रूप में सामने आया है, यहां के लोगों ने टीका के संबंध में फैली सारी भ्रांतियों को दरकिनार कर टीका लगवाया। यह कोरोना से जंग के लिए शुभ संकेत है। राहुल महिवाल, आयुक्त पूर्णिया
---------------------------------------