सर्व धर्म सभा ..और 11 बजते ही ठहर गया पूर्णिया, शहर से गांव तक दुआ के लिए उठे हाथ
सोमवार को पौ फटने के बाद से ही लोग बस 11 बजने का इंतजार कर रहे थे। घड़ी की सूई ज्यों ही 11 बजने का संकेत दिया त्यों ही शहर से लेकर गांव तक की रफ्तार थम गई। जो जहां मौजूद थे वहीं दो मिनट का मौन धारण कर लिया।
पूर्णिया। सोमवार को पौ फटने के बाद से ही लोग बस 11 बजने का इंतजार कर रहे थे। घड़ी की सूई ज्यों ही 11 बजने का संकेत दिया त्यों ही शहर से लेकर गांव तक की रफ्तार थम गई। जो जहां मौजूद थे, वहीं दो मिनट का मौन धारण कर लिया। शहर के व्यवस्तम चौक-चौराहों, बाजारों, सरकारी व गैर सरकारी दफ्तरों, धर्म स्थलों से लेकर गांव के चौपालों व गलियों में भी लोगों की कतार लग गई और उनके हाथ दुआ के लिए उठ गए। दरअसल कोरोना संक्रमण से मरने वालों की आत्मा की शांति, पीड़ितों की स्वास्थ्य कामना व कोरोना योद्धाओं को नमन के लिए सोमवार को पूर्वाहन 11 बजे दैनिक जागरण द्वारा आयोजित सर्व धर्म प्रार्थना सभा को लोगों ने अपनी भागीदारी से ऐतिहासिक बना दिया। राजनीतिक व गैर राजनीतिक संगठनों के साथ त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इसको लेकर गत पांच दिनों से चलाए जा रहे मुहिम का असर हर तरफ दिखने को मिला। मानवता के नाते उठे अनगिनत हाथों ने एक बार फिर यहां की सुंदर संस्कृति का परिचय करा दिया।
शहर के आरएन साव चौक, गिरिजा मोड़ चौक, बस पड़ाव, लाइन बाजार, मधुबनी आदि व्यस्ततम स्थानों पर मानो ट्रैफिक भी दो मिनट के लिए थम सी गई। सड़कों के साथ दुकानों,घरों अथवा अन्य प्रतिष्ठानों पर मौजूद लोगों ने भी इसमें अपनी सहभागिता दी। मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों व गुरुद्वारों में मौजूद लोग भी दो मिनट का मौन रख अपने-अपने मान्य ईश्वर से मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। श्री राम सेवा संघ, आम्रपाली महिला यूनिट, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, चैंबर आफ कामर्स जैसे कई अन्य संगठनों द्वारा इसकी पूर्व तैयारी की गई थी। इन संगठनों के कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लोगों ने प्रार्थना सभा में भाग लिया। जाप कार्यकर्ता समेत अन्य संगठन के लोगों ने अलग-अलग स्थानों पर यज्ञ व हवन का आयोजन कर कार्यक्रम की महत्ता को चार चांद लगा दिया। इसके अलावा जिले के सभी 16 प्रखंडों के प्राय: हर पंचायत में लोगों ने प्रार्थना सभा में भाग लेकर मानवीय संवेदना को मजबूती प्रदान की।
बता दें कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी थमी जरुर है, लेकिन हर तरफ इस तबाही का दर्द अब भी बिखरा पड़ा है। कई घरों में अपनों से बिछुड़ने का दर्द है तो कहीं अब तक इस चपेट से नहीं उबर पाए स्वजनों के लिए व्याकुलता। ऐसे में दैनिक जागरण ने अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। शहर से गांव तक के हर वर्ग के लोग इस आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई और इससे अपनों को खोने वाले लोगों को काफी संबल भी मिला। इस सभा के जरिए जहां कोरोना से मरने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साथ ही इससे पीड़ित लोगों के लिए स्वास्थ्य कामना के साथ विषम काल में अपनी जान की परवाह किए बिना पीड़ितों की सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं को नमन किया गया। शहर के मैथिल टोला निवासी सह सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी सुभाष नारायण झा ने दैनिक जागरण के इस पहल की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण द्वारा आयोजित यह प्रार्थना सभा निश्चित रुप से ऐसे लोगों को संजीवनी प्रदान किया है, जो अपनों के बिछड़ने के गम से नहीं उबर पाए थे। उन्होंने कहा कि कोरोना ने जो तबाही मचाई है, उसका गहरा असर अब भी परिवार, समाज व देश में मौजूद है। ऐसे में इस आयोजन से एक नया माहौल बना है और लोगों में एक नया उत्साह का संचार हुआ है। मधुबनी के दीपक गुप्ता ने कहा कि दैनिक जागरण ने इस विषम काल में एक अकल्पनीय कार्य किया है। विशेषकर कोरोना के चलते मिले पीड़ा के कारण अवसाद में जीने वाले लोगों के लिए यह आयोजन रामबाण साबित हुआ है।