कोरोना के समय भी सरकार कॉरपोरेट शक्तियों को कर रही मजबूत: माले

पूर्णिया। रूपौली प्रखंड के आझोकोपा गांव में गुरूवार को भाकपा माले ने अपना 52 वां स्थापना दिवस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 07:57 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 07:57 PM (IST)
कोरोना के समय भी सरकार कॉरपोरेट शक्तियों को कर रही मजबूत: माले
कोरोना के समय भी सरकार कॉरपोरेट शक्तियों को कर रही मजबूत: माले

पूर्णिया। रूपौली प्रखंड के आझोकोपा गांव में गुरूवार को भाकपा माले ने अपना 52 वां स्थापना दिवस मनाया तथा पीडित जनता की सेवा करने व लोकतंत्र की रक्षा के लिए जन आंदोलन को शक्तिशाली करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं ने पहले अपने सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धापूर्ण श्रद्धांजलि दी तथा फूलमाला चढ़ाया। साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले सभी क्रांतिकारी साथियों का अभिनंदन किया। मौके पर पार्टी के जिला सचिव विजय कुमार ने कहा कि दुर्भाग्य है कि लगातार दूसरी बार उन्हें वैश्विक महामारी कोविड-19 के साये तले मनाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना में पीडित एवं मौत को हमेशा कम बताकर लोगों को गुमराह कर रही है। कोरोना की दूसरी लहर घातक होती चली जा रही है। यहां के अस्पतालों में वैक्सीन की कमी सर्वविदित है। बेड पर दवाइयों एवं ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग तडप-तडप कर मर रहे हैं। मगर सरकार की तरफ से इस महामारी से निपटने में अपने को सक्षम बताया जा रहा है। कहा कि इस संकट की घडी में भी सरकार बडे़ ही आक्राकम ढंग से कॉरपोरेट शक्तियों को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान कर रही है। स्वाधीनता आंदोलन के जमाने से जो श्रम कानुन अबतक चल रहा था, उसे बदलकर लेबर कोड्स बना दिया गया है, जिससे मजदूरों के काम की स्थितियों एवं वेतन की शर्तें और बदतरी हो जाएंगी। सरकार का निजीकरण अभियान भी इसीका एक पहलू है। रेलवे, हवाई अडा, इस्पात कारखानों समेत समूची राष्ट्रीय अर्थ तंत्र को चंद कॉरपोरेट घरानों को सौंपा जा रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा अर्जित सफलता एवं पार्टी द्वारा अपनाई गई साहसिक फासीवादी विरोधी वामपंथी आंदोलन पार्टी की राजनीतिक कद को उंचाईयां प्रदान की है। इस अवसर पर चतुरी पासवान, विदेश्ववरी पासवान, अविनाश पासवान, सुलेखा देवी, सृजन कुमार,वीणा देवी सहित अन्य नेता मौजूद थे।

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