किसानों को मंडी सहित फसलों की उचित कीमत को ले, माले ने दिया धरना

पूर्णिया। किसानों को मंडी सहित फसलों की उचित कीमत को लेकर भाकपा माले ने अपने-अपने घरो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 May 2021 08:42 PM (IST) Updated:Sun, 23 May 2021 08:42 PM (IST)
किसानों को मंडी सहित फसलों की उचित कीमत को ले, माले ने दिया धरना
किसानों को मंडी सहित फसलों की उचित कीमत को ले, माले ने दिया धरना

पूर्णिया। किसानों को मंडी सहित फसलों की उचित कीमत को लेकर, भाकपा माले ने अपने-अपने घरों में शारीरिक दूरी का पालन करते हुए धरना दिया । इसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा जिला सचिव सह भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य अविनाश पासवान कर रहे थे । मौके पर माले नेता ने कहा कि राज्यव्यापी अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा माले के आह्वान पर वैश्विक महामारी कोरोना काल में लॉगडाउन लगाकर किसानों को उत्पादन का कोई मंडी और बाजार भाव नहीं मिल रहा है यह मोदी शासनकाल का सबसे बड़ा नमूना है। आज किसान 6 महीने एमएसपी के सवाल पर आंदोलन चलाते हुए पूरा किए हैं। भाजपा का शासन काल 7 साल पूरा होने जा रहा है और किसान आंदोलन का भी 6 महीने पूरा होने को है। किसानों का उत्पादन अनाज फल शाक सब्जी जो बर्बाद हुए हैं उसका प्रत्येक परिवार को 50000 हजार रूपये भरपाई मुआवजा किया जाए । लॉगडाउन में मक्का गेहूं का सरकारी दर 1850 रुपया मक्का और गेहूं का 1975 के प्रति कुंटल खरीद का सरकार घोषणा किया है। परंतु आज कहीं भी पूर्णिया जिले के अंदर गेहूं और मक्का सरकारी दर पर नहीं खरीदा जा रहा है। बिहार में सब्जी मंडी और सरकारी दर पर खरीद की गारंटी करने का हम सरकार से मांग करते हैं। कोरोना काल में मजदूरों को 10000 हजार रूपये भत्ता दिया जाए। कोरोना कॉल में पुराना जांच के लिए मोबाइल मेडिकल किट गांव गांव में पंचायतों में जांच टीम को भेजने की गारंटी करें। देशभर में दूसरे चरण के कोविद के मरीजों को संपूर्ण रूप से प्रभावित किया है। लॉक डाउन के कारण मनरेगा के तहत कोई काम नहीं मिल रहा है। इसलिए सभी मजदूरों को मनरेगा योजना में काम दिया जाए। अखबार के जरिए प्रकाशित किया जाता है कि मजदूरों को काम करोड़ों में दिया गया है। लेकिन धरातल पर सफेद हाथी साबित हुआ है। समय से भारत सरकार कोरोना से निपटने के लिए जनवरी फरवरी 2020 में जब देश में 500 कोरोना के मरीज थे उसी समय विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिता जाहिर किया था कि भारत में करुणा का महामारी आने वाला है और भारत सरकार उसी वक्त करोड़ों कोरोना टीका विदेशों में भेज दिया और ऑक्सीजन सिलेंडर भी विदेशों को दे दिया जिसके कारण आज भारत में कोरोना से लाखों लोग मारे गए ऑक्सीजन के अभाव में। मोदी आत्मनिर्भर के नाम पर भारत में आर्थिक संकट आर्थिक मंदी और वैसे भी महामारी आया है नीति आयोग के कारण। इसलिए मोदी शाह दोनों जनसंहारों को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के कारण पूरे देश में दवाई वेंटीलेटर बेड और जांच का अस्पतालों में कोई व्यवस्था नहीं किया है जिसके कारण आज हजारों लाखों लोग मारे जा रहे हैं इसलिए हम मांग करते हैं स्वास्थ्य मंत्री इस्तीफा दो। इस मांग दिवस के अवसर पर कामरेड चतुरी पासवान अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सचिव कामरेड मंती देवी, लोकल कमेटी सदस्य, संगीता देवी, किसान जगन पासवान और कई महिला किसान साथ ही अखिलेश सिंह किसान उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी