पूर्णिया पूर्व पीएससी में इलाज के लिए जाने से कतराते हैं मरीज

पूर्णिया। सरकार के लाख दावों के बावजूद अभी भी लोग सरकारी अस्पताल में इलाज कराने से गुरेज क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 07:38 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 07:43 PM (IST)
पूर्णिया पूर्व पीएससी में इलाज के लिए जाने से कतराते हैं मरीज
पूर्णिया पूर्व पीएससी में इलाज के लिए जाने से कतराते हैं मरीज

पूर्णिया। सरकार के लाख दावों के बावजूद अभी भी लोग सरकारी अस्पताल में इलाज कराने से गुरेज करते हैं, वह इसलिए कि अस्पताल की सुविधा निजी अस्पतालों से काफी कम होती है। कहीं चिकित्सक तो कहीं दवा की कमी। पूर्णिया पूर्व प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी लगभग इसी समस्याओं से जूझ रहा है हालांकि यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जिला मुख्यालय से सटा हुआ है। जिसके कारण इस पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन अभी लोग इलाज कराने तो पहुंचते हैं लेकिन चिकित्सकों की कमी तथा अच्छी दवाइयों के अनुपलब्धता लोगों को बैरंग वापस करने के लिए मजबूर करती है। लगभग दो लाख की आबादी इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है। इनके ही अंदर तीन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जो रानीपतरा, हरदा व महेंद्रपुर में स्थित है। अस्पताल में सुविधाओं का अभाव रहने के कारण लोग निजी अस्पताल कि रुख करते हैं और वहां मोटी रकम लूटाने पर मजबूर होते हैं।

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अस्पताल में 10 चिकित्सक इसके बाद भी नहीं मिलता इलाज का लाभ

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया पूर्व में कुल दस 10 चिकित्सक है, वही 41 एएनएम तथा 52 मेडिकल स्टाफ नियुक्त है। अस्पताल में सफाई के लिए कोई भी नियमित सफाई कर्मी नहीं है सभी जगह आउटसोर्सिंग के माध्यम से सफाई का जिम्मा दिया हुआ है। जिसके कारण अस्पताल परिसर मैं दिनभर कचरा यत्र तत्र फेंका हुआ दिखाई पड़ता है। एक सफाई कर्मी सुबह और शाम आकर जहां तक संभव हो पाता है सफाई करके फिर वह चले जाता है, इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जहां पर बीमारी को भगाने की व्यवस्था होनी चाहिए वहां पर बीमारी पनपने का डर लगा रहता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया पूर्व में ओपीडी की सुविधा तथा बंध्याकरण की सुविधा के अलावा और कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। सदर अस्पताल बगल में रहने के कारण प्रसव कराने की व्यवस्था इस अस्पताल में उपलब्ध नहीं है और ना ही एंबुलेंस की सुविधा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया पूर्व तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपतरा, महेंद्रपुर और हरदा में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी चालू रहता है तथा कोरोना काल के बाद मरीज की संख्या में कमी आई है और लगभग एक सौ मरीज को रोज देखा जाता है। वही अस्पताल में सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए सूची के अनुसार सभी दवाइयां उपलब्ध रहती है तथा चिकित्सक भी वही दवाई लिखते हैं जो अस्पताल में उपलब्ध रहताहैं। वही रानीपतरा एपीएचसी में चारदिवारी नहीं रहने के कारण काफी परेशानी स्वस्थय कर्मियों को झेलनी पड़ती है। वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन कोविड-19 की जांच की सुविधा तथा वैक्सीनेशन की भी सुविधा दी जा रही है। चिकित्सकों की मानें तो प्रतिदिन पांच सौ लोगों को कोविड 19 जांच की जा रही है। वही अस्पताल के जो भी स्वास्थ्य कर्मी हैं वह अस्पताल के आसपास ही निवास रखे हुए हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूर्णिया पूर्व में मरीजों की रहने की सुविधा नहीं है वही रानीपतरा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नया भवन बनाया गया है जिसमें 16 बेड की सुविधा है। लेकिन प्रसव सुविधा नहीं रहने के कारण इसका लाभ लोग नहीं ले पा रहे हैं। वहीं अस्पताल में पेयजल की भी सुविधा की भी कमी है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्स-रे व जांच की सुविधा नहीं रहने के कारण लोगों को बाहर ही जांच व एक्स-रे कराना पड़ता है। वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आपरेशन थिएटर की व्यवस्था है जिसमें बंध्याकरण का काम किया जाता है। अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे उर्मिला देवी ने बताया कि हम लोग इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंचते तो हैं, लेकिन कभी चिकित्सक नहीं उपलब्ध रहते हैं तो कभी दवा जिसके कारण हम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। कई बार तो हम लोग अस्पताल पहुंचे लेकिन यहां से फिर बैरंग वापस होकर लाइन बाजार के निजी अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। वही हरिओम ऋषि ने बताया कि अस्पताल में एंबुलेंस की सुविधा नहीं रहने के कारण लोगों को दिक्कत होती है तथा दवाई भी सभी प्रकार के यहां पर नहीं मिलती है। चिकित्सक कहते हैं की अस्पताल में जो दवाई उपलब्ध है वही हम लिख सकते हैं, इसलिए हम लोगों को लगता है की इलाज निजी अस्पताल में ही कराना सही रहेगा। इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डा शरद कुमार ने बताया कि अस्पताल में ओपीडी में प्रतिदिन 125 रोगियों को देखा जाता है तथा सदर अस्पताल पास में रहने के कारण प्रसव की सुविधा यहां पर नहीं है। अस्पताल में सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी दवाई हमेशा उपलब्ध रहती है तथा कोविड-19 का प्रतिदिन 500 जांच तथा वैक्सीनेशन किया जाता है। उन्होंने बताया कि पूर्णिया पूर्व में कोविड-19 का पहला डोज लगभग पूरा हो चुका है तथा दूसरा डोज अब तक 60 प्रतिशत पूरी की जा चुकी है।

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