तड़ीपार होने के बाद भी पूर्णिया में घूम रहा था बिट्टू सिंह
पूर्णिया। जिले का चर्चित अपराधी बिट्टू सिंह को मयंक सिंह उर्फ अनिकेत सिंह के नाम से जाना जाता ह
पूर्णिया। जिले का चर्चित अपराधी बिट्टू सिंह को मयंक सिंह उर्फ अनिकेत सिंह के नाम से जाना जाता है। 15 साल से जिले में हत्या, लूट, रंगदारी जैसे अपराध की घटना को अंजाम देकर अपराध जगत में काफी चर्चित हुआ। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए डीएम ने पांच जुलाई 2020 को छह माह के लिए उसे तड़ीपार किया था।
डीएम के आदेश के बाद भी वह पूर्णिया में घूम रहा था। चुनाव के दौरान लोगों को गोलबंद कर चुनाव को प्रभावित करने की सूचना सार्वजनिक होने और अन्य संगीन अपराध में उसकी संलिप्तता को देखते हुए एसटीएफ टीम उसकी गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू किया। तीन दिनों से एसटीएफ की टीम पूर्णिया एवं कटिहार जिले में काम कर उसके गिरोह और उसकी आवाजाही करने वाले स्थान की रेकी की। इस दरम्यान एसटीएफ को हथियार सहित उसके ठिकाने की पुख्ता सूचना मिल चुकी थी। सूचना पुख्ता होते ही धावा बोलकर बिट्टू सिंह सहित गाड़ी पर सवार दो अन्य सहयोगी को एके 47 और कारबाइन के साथ गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके स्वजन एवं समर्थकों को एनकाउंटर करने का भय हुआ। इसके बाद से समर्थक और स्वजन शहर में जगह-जगह उसकी खोजबीन करने लगे। इस दौरान पॉलिटेक्निक चौक एसटीएफ टीम दिखी तो टीम के पीछे-पीछे दिनभर दर्जनों लोग घूमते रहे। एसटीएफ की टीम कटिहार में कार्रवाई कर बिट्टू सिंह के दो अन्य सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है।
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2006 में दर्ज हुआ था पहला मामला
बिट्टू सिंह पर पहला मामला 2006 में धमदाहा (सरसी थाना) कांड संख्या 138-2006 में के रूप में दर्ज हुआ था। इसके बाद एक के बाद एक 14 केस जिले के विभिन्न थाना में दर्ज हुए। यह उसका नाम लोगों के जेहन में दहशत के पैदा करने लगा। इस दौरान उसने संपत्ति भी खूब अर्जित की है। लोगों के बीच खौफ और रुपये के बदौलत उसके साथ कई समर्थक भी जुटे और पूर्णिया से लेकर सीमांचल के विभिन्न जिलों में वह राज करने लगा।
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एसटीएफ की टीम पूर्णिया में बिट्टू सिंह सहित साथ में रहे अन्य सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से अत्याधुनिक हथियार बरामद हुआ है।
राजीव रंजन, एसटीएफ एसपी, पटना