सभी विभागों के समन्वय से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान होगा पूरा

जल जीवन हरियाल का अभियान तभी अपने लक्ष्य को हासिल करेगा जब सभी विभाग समन्वय स्थापित कर काम करेंगे। यह महत्वपूर्ण अभियान है जो आम लोगों के साथ पर्यावरण के लिए भी आवश्यक है। मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित जल जीवन हरियाली मिशन पर परिचर्चा में डीआरडीए के संयुक्त निदेशक ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:11 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:11 PM (IST)
सभी विभागों के समन्वय से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान होगा पूरा
सभी विभागों के समन्वय से ही जल-जीवन-हरियाली अभियान होगा पूरा

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जल जीवन हरियाल का अभियान तभी अपने लक्ष्य को हासिल करेगा जब सभी विभाग समन्वय स्थापित कर काम करेंगे। यह महत्वपूर्ण अभियान है जो आम लोगों के साथ पर्यावरण के लिए भी आवश्यक है। मंगलवार को वर्चुअल माध्यम से आयोजित जल जीवन हरियाली मिशन पर परिचर्चा में डीआरडीए के संयुक्त निदेशक ने कही। परिचर्चा में जिलाधिकारी के साथ अन्य अधिकारी भी विडियो कांफ्रेंसिग से जुड़े थे। जबकि पटना से अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं संबंधित विभागों के पदाधिकारी भी परिचर्चा में शामिल थे। परिचर्चा के दौरान डीआरडीए के संयुक्त निदेशक सुशांतीबारा, नगर आवास विभाग के जसवंत कुमार, विद्युत विभाग ब्रेडा के अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग में चल रहे जल-जीवन-हरियाली के बारे में विस्तृत चर्चा की। हरेक महीने के पहले मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में मंगलवार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली को वर्चुवल माध्यम से परिचर्चा का आयोजन किया गया था। परिचर्चा में डीआरडीए के संयुक्त निदेशक ने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर सरकार के द्वारा इस अभियान को शुरू किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को नये जल स्त्रोतों का सृजन करने, नहर, नदी एवं तालाब को अतिक्रमण से मुक्त कराने का भी निर्देश दिया। जिससे जल स्त्रोतों का विस्तार हो सके। साथ ही तालाबों एवं नदियों के किनारे बांधों पर फलदार पेड़ लगाने का निर्देश दिया। जिससे तालाब एवं नदियों में मछली पालन भी किया जा सके। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के द्वारा आयोजित परिचर्चा में समाहरणालय सभागार में डीएम राहुल कुमार, उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीआरओ, वन विभाग के अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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