आवश्यकता का 65 फीसद ही डीएपी उपलब्ध, समुचित वितरण कराएं सुनिश्चित: डीएम
खाद की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नकली बीज विक्रेताओं को भी नहीं बख्शा जाएगा।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। खाद की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नकली बीज विक्रेताओं को भी नहीं बख्शा जाएगा। कृषि विभाग लगातार जांच कर यह सुनिश्चित करे कि किसानों को सही कीमत पर खाद और बीज उपलब्ध हों। उक्त निर्देश जिलाधिकारी राहुल कुमार ने सोमवार के समाहरणालय सभागार में आयोजित जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में दिया। डीएम ने किसानों को हो रही खाद की किल्लत को
लेकर भी चर्चा की। डीएम ने कहा कि डीएपी की सप्लाई मांग के अनुरूप नहीं हो रही है। अभी जिले में मांग का 65 फीसद डीएपी ही भेजी गई है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी को उपलब्ध खाद का उचित मूल्य पर किसानों के बीच वितरण सुनिश्चत करने का निर्देश दिया। कहा कि कालाबाजारी की शिकायत मिलने पर दुकानदारों का लाइसेंस रद करने के साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए लगातार जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया। डीएम ने फिलहाल डीएपी के बदले हिमालय ड्रग एग्रो केमिकल का त्रिगुणा एनपीके-18186 का उपयोग करने की भी सलाह दी। कहा कि कृषि विभाग द्वारा इसकी उपयोगिता के संबंध में जानकारी दी गई है।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि बीज एवं कीटनाशी प्रतिष्ठान संबंधी निगरानी, कालाबाजारी एवं छापामारी का अद्यतन प्रतिवेदन अगली जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक में अवश्य जमा कराएं। जो भी उर्वरक उपलब्ध है, उसका समुचित रूप से वितरण सुनिश्चित करें। किसी प्रकार की कालाबाजारी या नकली बीज बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निदेश दिया। बैठक में जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी के साथ जिले के सभी उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधि तथा थोक बिक्रेता उपस्थित थे।