पूर्णिया : राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के लिए होगी यूनिफार्म की व्यवस्था

पूर्णिया कालेज पूर्णिया के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के लिए जल्द ही यूनिफार्म की व्यवस्था की जाएगी। यह घोषणा कालेज के प्राचार्य डा. मु. कमाल ने की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:37 PM (IST)
पूर्णिया : राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के लिए होगी यूनिफार्म की व्यवस्था
पूर्णिया : राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के लिए होगी यूनिफार्म की व्यवस्था

पूर्णिया। पूर्णिया कालेज पूर्णिया के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों के लिए जल्द ही यूनिफार्म की व्यवस्था की जाएगी। यह घोषणा कालेज के प्राचार्य डा. मु. कमाल ने की। उन्होंने कहा कि यूनिफार्म बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यूनिफार्म आने के बाद बाहरी तौर से एक यूनिफार्मिटी दिखाई देती है। यूनिफार्मिटी आने के बाद हमारे भीतर एकता का पदार्पण होता है।

डा. कमाल द्वारा शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के सेमिनार हाल में कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित समारोह में यह घोषणा की गई। इससे पूर्व प्राचार्य डा. कमाल के साथ-साथ पूर्णिया विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डा. रामदयाल पासवान व राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. देव नारायण यादव द्वारा संयुक्त रुप से कार्यक्रम का उदघाटन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों एवं कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्र-छात्राओं को एक संकल्प के साथ पढ़ाई के प्रति जागरूक और समाज के प्रति सेवा भावना रखते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना का स्लोगन नोट मी बट यू है। इसमें सेवा भावना छुपी है। । इस अवसर पर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डा. रामदयाल पासवान ने मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्यों का बोध कराया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना अपनी स्थापना के 52 वर्षों के सफर में विश्व की सबसे बड़ी संस्था बन गई है। देश के हर तबके के विकास से ही देश का सर्वांगीण विकास होगा। पूर्णिया महाविद्यालय के शिक्षक संघ सचिव डा. देवनारायण यादव ने कहा कि अपने लिए कम समाज और देश के लिए जीने वाले व्यक्ति का सम्मान हर देश काल में बना रहता है। उन्होंने पूर्णिया कालेज का स्थापना दिवस मनाने का सुझाव भी रखा । दर्शनशास्त्र की प्राध्यापिका अमृता सिंह ने कहा कि जीवन में अवसर को गंवाना नहीं चाहिए। उसका सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य के व्यावहारिक पक्ष को जानने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर डॉ अजय कुमार यादव,डॉ अनीता महतो, डॉ सविता ओझा, राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवक साजिद, मनोज कुमार साह ने भी राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य एवं उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम की कार्यक्रम पदाधिकारी डा. अंकिता विश्वकर्मा ने मंच संचालन में अपनी अहम भूमिका निभाई। वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वितीय के कार्यक्रम पदाधिकारी ज्ञानदीप गौतम ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। इस अवसर पर डा. नंदन भारती, प्रणव कुमार, विजय कुमार, डा. सीता कुमारी, अशोक कुमार मेहता, सूरज कुमार, सुनील राय, विपुल गोस्वामी सहित छात्र प्रशांत कुमार, सावन कुमार, सरोज कुमार ,सत्यनारायण हरिजन, मनीषा कुमारी, श्वेता कुमारी, अनु कुमारी, भावना कुमारी, राकेश कुमार, रंजीत कुमार एवं अन्य स्वयंसेवक मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी