पूर्णिया से चोरी की मोटरसाइकिल पहुंच रही सीमा पार
जिला में सक्रिय अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय मोटरसाइकिल चोर गिरोह के सदस्य आम जनता को हर माह 50 लाख से अधिक का नुकसान पहुंचा रहा हैं। गिरोह के सदस्य सीमावर्ती क्षेत्र में बैठे मास्टरमाइंड के जरिये चोरी की मोटरसाइकिल सीधे सीमा पार पहुंचा देते हैं।
पूर्णिया। जिला में सक्रिय अंतरराज्यीय एवं अंतरराष्ट्रीय मोटरसाइकिल चोर गिरोह के सदस्य आम जनता को हर माह 50 लाख से अधिक का नुकसान पहुंचा रहा हैं। गिरोह के सदस्य सीमावर्ती क्षेत्र में बैठे मास्टरमाइंड के जरिये चोरी की मोटरसाइकिल सीधे सीमा पार पहुंचा देते हैं। ऐसे चोर गिरोह पर लगाम लगाकर बंगाल और नेपाल में खपाए जा रहे मोटरसाइकिल को बरामद करना पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही है। चोरी बाद पुलिस मामले को नजर अंदाज करते रहती है और पुलिस फाइल में चोरी का आंकड़ा बढ़ते जाता है। जिला में वाहन चोरी के आंकड़ा पर गौर करे तो विभिन्न थाना क्षेत्र से प्रतिदिन औसतन एक से अधिक मोटरसाइकिल पर चोर हाथ साफ कर रहा है। इन चोरों का मुख्य ठिकाना शहर के केहाट और सहायक खजांची थाना क्षेत्र बना हुआ है।
इन दोनों थाना क्षेत्र से औसतन प्रतिमाह एक दर्जन से अधिक की मोटरसाइकिल चोरी होती है। जब कभी मोटरसाइकिल चोरी करते रंगेहाथ चोर को पकड़ लिया जाता है तब कुछ चोरी की मोटरसाइकिल बरामद होता और कुछ चोर पकड़ा जाता। अन्यथा शहर में घूम-घूमकर गिरोह के सदस्य मोटरसाइकिल की चोरी की घटना को अंजाम देता है। पुलिस आंकड़ा को देखे तो फरवरी माह में 52, जनवरी में 55 और दिसंबर माह में 53 मोटरसाइकिल जिला से चोरी किया गया है।
चोरी कर मास्टरमाइंड तक पहुंचते ही मिल जाता रुपये::
चोर गिरोह के सदस्य चोरी की मोटरसाइकिल सीमावर्ती क्षेत्र में बैठे गिरोह के मास्टरमाइंड तक पहुंचाता है। वहां बैठे गिरोह के सरगना मोटरसाइकिल की कीमत लगाकर उसे कंडीशन के अनुसार एवज में 5 से 10 हजार रुपये तक देता है। इसके बाद मास्टरमाइंड उस गाड़ी को बंगाल और नेपाल सीमा में बैठे गिरोह से जुड़े सदस्यों तक पहुंचा देता है। एक सप्ताह पूर्व सहायक खजांची थाना पुलिस द्वारा चोरी की मोटरसाइकिल के साथ चार चोर को गिरफ्तार किया गया। इसमें एक बायसी का चोर अफरोज था जो चोरी की मोटरसाइकिल बंगाल में खपाता था। इस तरह सीमावर्ती क्षेत्र में ऐसे सीमावर्ती कई गिरोह का नाम सामने आते रहता है। ऐसे में इंश्योरेंस वैध मोटरसाइकिल स्वामी को तो कुछ राहत रहता है लेकिन किसी कारण से इंश्योरेंस नहीं होने वाले मोटरसाइकिल स्वामी को सीधे-सीधे हजारों का चूना लगता है।
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वाहन चोरी का आंकड़ा::
थाना जनवरी फरवरी
केहाट 08 17
सहायक केहाट 12 12
सदर 04 02
मधुबनी टीओपी 06 01
केनगर 00 01
मरंगा 05 01
कसबा 03 01
श्रीनगर 00 01
जलालगढ़ 01 02
मीरगंज 00 01
भवानीपुर 01 00
धमदाहा 01 00
बीकोठी 02 01
अमौर 01 00
रघुवंशनगर 00 01
डगरुआ 03 04
रौटा 01 00
बायसी 05 05 कोट के लिए:-
वाहन चोरी की घटना पर रोकथाम और गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है। जल्द ही वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश होगा।
दया शंकर, एसपी
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