ओसीआर तकनीक से शत-प्रतिशत चुनाव परिणाम की घोषणा में पूर्णिया अव्वल

ओसीआर तकनीक से पंचायत चुनाव परिणाम घोषित करने में पूर्णिया को पहला स्थान मिला है। यह जिले के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उक्त जानकारी डीएम राहुल कुमार ने गुरुवार को समाहरणालय सभागार में पंचायत चुनाव को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 07:12 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 07:12 PM (IST)
ओसीआर तकनीक से शत-प्रतिशत चुनाव परिणाम की घोषणा में पूर्णिया अव्वल
ओसीआर तकनीक से शत-प्रतिशत चुनाव परिणाम की घोषणा में पूर्णिया अव्वल

जागरण संवाददाता, पूर्णिया।

ओसीआर तकनीक से पंचायत चुनाव परिणाम घोषित करने में पूर्णिया को पहला स्थान मिला है। यह जिले के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उक्त जानकारी डीएम राहुल कुमार ने गुरुवार को समाहरणालय सभागार में पंचायत चुनाव को लेकर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी। जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा आठवें चरण से चुनाव परिणाम में पारदर्शिता लाने के लिए मतगणना के दौरान ओसीआर तकनीक(ऑप्टिकल करेक्टर रिकग्नीशन ) के माध्यम से मतगणना कार्य की ऑटो प्लाटिग का निर्देश दिया था। ओसीआर तकनीक द्वारा मतगणना कार्य की ऑटो प्लाटिग के दौरान आठवें चरण में रुपौली प्रखंड में आयोजित पंचायत चुनाव की मतगणना में भी जिले को पहला स्थान मिला था। लेकिन शत-प्रतिशत परिणाम इस विधि से नहीं दिया जा सका था। पर नवमें चरण में बायसी प्रखंड में आयोजित चुनाव की मतगणना के दौरान ओसीआर तकनीक द्वारा मतगणना कार्य की ऑटो प्लाटिग के माध्यम से शत-प्रतिशत परिणाम घोषित किया गया। इस चरण में भी जिला पहले स्थान पर रहा। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से न सिर्फ परिणाम में समय की बचत होती है बल्कि इसमें पूरी तरह से पारदर्शिता भी होती है। डीएम ने कहा कि आयोग द्वारा इस बार पंचायत चुनाव में कई नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जो आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। ओसीआर तकनीक द्वारा मतगणना कार्य की ऑटो प्लाटिग तकनीक को लेकर उन्होंने जानकारी दी कि इस बार मतगणना के दौरान हर ईवीएम के उपर कैमरा लगाया गया है। मतगणना के दौरान कई बार मानवीय भूल से गड़बड़ी की संभावना होती है। लेकिन उसे भी कई चरणों पर चेक किया जाता है। इस विधि में ईवीएम में सभी उम्मीदवारों के मतों को एक साथ कैप्चर पर उसका पीडीएफ तैयार किया जाता है। जिस कारण इसमें पूरी पारदर्शिता बनी रहती है। इसका कंट्रोल भी आयोग के पास होता है। उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान ओसीआर की निगरानी के लिए प्रत्येक दो टेबल पर एक तकनीकी सहायक को लगाया गया था। जिन्हें मतगणना से दो दिन पहले ही प्रशिक्षण दिया गया था। पहली बार इसके क्रियान्वयन में कई तरह की परेशानी हुई लेकिन हमलोगों के इसके लिए इंटरनेट के स्पीड बढ़ाने के साथ-साथ वरीय उपसमाहर्ता स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया। इसके अलावा हरेक कक्ष में 1-1 जिलास्तरीय अधिकारी भी प्रतिनियुक्त किया था। साथ ही मतगणना परिणाम की भी लगातार निगरानी की गई। उन्होंने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से परिणाम तैयार करने में 10 मिनट अहम होते हैं। कैमरा अगर जरा सा भी कंपन करता है तो परिमाण तैयार करने में परेशानी होती है। उन्होंने बताया कि जिले में अब दसवें और ग्यारहवें चरण में बैसा और अमौर प्रखंड का चुनाव बांकी है। जिले में अभी तक शांतिपूर्ण माहौल में पंचायत चुनाव व मतगणना संपन्न हुई है। आने वाले दोनों चरणों के लिए भी प्रशासन की पूरी तैयारी है। इस दौरान जिला पंचायती राज पदाधिकारी व जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी उपस्थित थे।

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