दूसरी सोमवारी को भी श्रद्धालुओं ने की बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना

कोरोना महामारी के चलते अधिकतर शिव मंदिरों के पट बंद हैं इसके बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं दिखा। श्रद्धालुओं ने कहीं मंदिर के बाहर तो कहीं शिवलिग पर जलाभिषेक कर हर हर महादेव का जयकारा लगाया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:50 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:52 PM (IST)
दूसरी सोमवारी को भी श्रद्धालुओं ने की बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना
दूसरी सोमवारी को भी श्रद्धालुओं ने की बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना

पूर्णिया। सावन की दूसरी सोमवारी को भी श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। कोरोना महामारी के चलते अधिकतर शिव मंदिरों के पट बंद हैं, इसके बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं दिखा। श्रद्धालुओं ने कहीं मंदिर के बाहर तो कहीं शिवलिग पर जलाभिषेक कर हर हर महादेव का जयकारा लगाया।

विदित हो कि कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार ने लाकडाउन लागू किया है। धीरे धीरे अनलाक की प्रक्रिया चल रही है लेकिन अभी धार्मिक स्थलों पर पाबंदी जारी है। इस कारण कई पर्व त्योहार लोगों को घरों में ही मनाना पड़ा। श्रावणी मेला भी इसी वजह से गत साल की तरह इस वर्ष भी फीका ही रहा। बाबाधाम भी बंद है तथा क्षेत्र के अधिकांश शिवालय में भी जलाभिषेक की अनुमति नहीं है जिस कारण अधिकांश लोग घरों में ही बाबा भोलेनाथ की उपासना कर रहे हैं। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों और नगर के छोटे मोहल्लों में स्थित शिवालयों में श्रद्धालु जल चढ़ाने पहुंचे। शहर के रामबाग, लाइनबाजार, मधुबनी, महबूब खां टोला, सुभाषनगर, शक्ति नगर आदि मोहल्ले में श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। पूजा अर्चना करने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक थी। अधिकांश महिलाओं ने व्रत रखकर एवं बेल पत्र, अक्षत, चंदन, रौली, दूध, मधु आदि के साथ शिवलिग की पूजा अर्चना की। हालांकि शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में दूसरी सोमवारी को अधिक चहल-पहल रही।

संस, बनमनखी के अनुसार दो अगस्त को सावन की दूसरी सोमवारी के दिन भी अनुमंडल मुख्यालय से सटे ग्राम धीमा स्थित बाबा धीमेश्वर नाथ महादेव मंदिर का पट आमलोगों के लिए बंद रहा। बावजूद शिवभक्तों की अप्रत्याशित भीड़ मंदिर परिसर में पूजा अर्चना के लिए लगी रही। सैकड़ों की संख्या में भक्त जन उत्तर वाहिनी गंगा मनिहारी से पवित्र गंगाजल लेकर बाबा धीमेश्वर नाथ महादेव मंदिर पर जलार्पण के लिए आए परन्तु मंदिर के मुख्य द्वार बंद रहने के कारण उन्हें मंदिर के गेट पर ही जलाभिषेक करना पड़ा। सनद रहे कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण वर्तमान समय में आमलोगों के लिए सरकारी आदेशानुसार मंदिर बंद रखे गए हैं। परन्तु प्रथम सोमवारी की तरह ही द्वितीय सोमवारी के दिन भी सुबह से ही बाबा धीमेश्वर नाथ महादेव के आपरूपी सुन्दर शिवलिग पर जलाभिषेक करने एवं बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लोग मंदिर परिसर पहुंचते रहे। मंदिर का मुख्य द्वार बंद रहने तथा मंदिर परिसर में सुरक्षा का व्यापक प्रबंध रहने के वाबजूद शिवभक्तों का जत्था मंदिर आता रहा तथा बाबा के द्वार पर ही जलाभिषेक कर बाबा के जयकारे लगाते रहे। मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार के दुकान लगाने पर भी पाबंदी रहने के कारण छोटे-छोटे दुकानदार सड़क किनारे अपनी दुकान लगाए रहे। बाबा धीमेश्वर नाथ महादेव के प्रति लोगों की आस्था देख ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मी भी लोगों से कुछ कहने में परहेज करते रहे तथा मंदिर लोगों के आस्था एवं विश्वास का मुख्य केन्द्र बना रहा।

अमौर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में दूसरी सोमवारी को भी शिवालियों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सावन की दूसरे सोमवारी को लोग घरों में व्रत रखकर पूजा अर्चना की। भक्तों ने निर्जला व्रत रखकर पूजा अर्चना की। वहीं विश्वनाथ मंदिर, तिरथेश्वनाथ मंदिर जगदीश्वर नाथ मंदिरों में भक्तों द्वारा कोरोना को ध्यान में रखकर बारी-बारी से जल अभिषेक की।

श्रीनगर में विभिन्न शिव मंदिरों में बाबा भोले का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का दिन भर तांता लगा रहा। हर-हर महादेव, हर हर भोले, बोल बम के नारों से मंदिर परिसर गुंजायमान होता रहा। क्षेत्र के भोले बाबा मंदिर श्रीनगर, बाबा खतेश्वरनाथ मंदिर खत्ताहाट, जगैली, झुन्नीकला चौक, फरियानी सहित विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी हुई थी। वहीं सोमवारी के जलाभिषेक को लेकर मंदिर में स्थानीय मुखिया के द्वारा मंदिर परिसर में आनेवाला शिव भक्तों के लिए शीतल पेय का इंतजाम किया गया था। वहीं प्रशासन के द्वारा सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया गया था।

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