स्कूल के बंद रहने के बाद भी छात्रों ने भरी उड़ान

कहते हैं अगर इरादा पक्का हो तो आसमान में भी सुराख किया जा सकता है । पिछले एक साल से कोरोना का मार झेल रही यहां की शिक्षा व्यवस्था के बीच यहां के बच्चों ने अपने हौसलों के उड़ान से यह साबित कर दिखाया है कि वे इरादा पक्का हो तो हर बाधा को पार कर सकते हैं । यहां के दो छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा में 462 अंक लाकर यह साबित कर दिखाया है । इन्होंने अपने प्रखंड का नाम रोशन किया है । इनमें से नक्सल प्रभावित डुमरी गांव के मजदूर भादो मंडल माता किरण देवी के पुत्र फूल कुमार रौल कोड 11334 रौल नंबर 2100088 ने 462 अंक लाकर यह साबित कर दिखाया कि हौसले के आगे कोई बाधा नहीं टिक सकती है । उसने बताया कि स्कूल बंद होने के बाद उसे बैरिया गांव के प्रभात कोचिग सेंटर ने उसे सहारा दिया जिसके कारण वह यहां तक पहुंच पाया । ठीक इसी तरह आझोकोपा का प्रीतम कुमार पिता दिनेश मंडल रौल नंबर 2100048 रौल कोड 11395 ने भी 462 अंक लाया है ।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 09:07 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 09:07 PM (IST)
स्कूल के बंद रहने के बाद भी छात्रों ने भरी उड़ान
स्कूल के बंद रहने के बाद भी छात्रों ने भरी उड़ान

पूर्णिया। कहते हैं अगर इरादा पक्का हो तो आसमान में भी सुराख किया जा सकता है । पिछले एक साल से कोरोना का मार झेल रही यहां की शिक्षा व्यवस्था के बीच यहां के बच्चों ने अपने हौसलों के उड़ान से यह साबित कर दिखाया है कि वे इरादा पक्का हो तो हर बाधा को पार कर सकते हैं । यहां के दो छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा में 462 अंक लाकर यह साबित कर दिखाया है । इन्होंने अपने प्रखंड का नाम रोशन किया है । इनमें से नक्सल प्रभावित डुमरी गांव के मजदूर भादो मंडल, माता किरण देवी के पुत्र फूल कुमार रौल कोड 11334, रौल नंबर 2100088 ने 462 अंक लाकर यह साबित कर दिखाया कि हौसले के आगे कोई बाधा नहीं टिक सकती है । उसने बताया कि स्कूल बंद होने के बाद उसे बैरिया गांव के प्रभात कोचिग सेंटर ने उसे सहारा दिया, जिसके कारण वह यहां तक पहुंच पाया । ठीक इसी तरह आझोकोपा का प्रीतम कुमार पिता दिनेश मंडल रौल नंबर 2100048, रौल कोड 11395 ने भी 462 अंक लाया है । इसने बताया कि कोरोना ने तो सबसे ज्यादा अगर बाधित किया तो वह है शिक्षा व्यवस्था, परंतु स्थानीय बिरौली बाजार के श्याम कोचिग सेंटर ने छात्रों को सहारा दिया तथा यहां से दर्जनों बच्चों ने सफलता पाई। ठीक इसी तरह टीकापट्टी गांव से पान विक्रेता संतोश मंडल माता स्वीटी देवी के पुत्र आनंद कुमार ने 458 अंक लाया हैं । प्रिस कुमार ने 453, कनिष्कराज ने 452, संगीता कुमारी ने 448, विशाल कुमार ने 439, सोनू शर्मा ने 432, जिबरेल कुमार ने 431, गुलशन कुमार ने 430, निधि कुमारी ने 423, मौसम कुमारी ने 413 आदि छात्र-छात्राओं ने अंक लाकर यह साबित कर दिखाया है कि मौके पर श्याम कोचिग सेंटर के राधेश्याम प्रसाद , बैरिया के प्रभात कोचिग सेंटर के प्रभात कुमार ने बताया कि जिस प्रकार कोरोना से सभी शिक्षण-संस्थान बंद हो गए थे, उस परिस्थिति में यहां के कोचिग सेंटर इन बच्चों के लिए संजीवनी साबित हुए । उन्होंने सभी बच्चों को बधाई दी है ।

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