कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए चिकित्सक व कर्मियों के अवकाश रद

कोरोना वायरस से उत्पन्न द्वितीय चरण के संक्रमण के रोकथाम और इसके निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Mar 2021 09:12 PM (IST) Updated:Thu, 18 Mar 2021 09:12 PM (IST)
कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए चिकित्सक व कर्मियों के अवकाश रद
कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए चिकित्सक व कर्मियों के अवकाश रद

पूर्णिया। कोरोना वायरस से उत्पन्न द्वितीय चरण के संक्रमण के रोकथाम और इसके निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी बरतने का निर्देश जारी किया है। इसके साथ ही विशेष निगरानी की आवश्यकता को देखते हुए चिकित्सा पदाधिकारी, संविदा नियोजित सहित सभी स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के अवकाश को रद करने का फैसला किया है। विभाग के स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडिकल स्टाफ, जीएनएम, एएनएम आदि मेडिकल स्टाफ का अवकाश रद होगा। चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी अवकाश पर हैं उन्हें अविलंब अपने कर्तव्य पर योगदान करने का निर्देश दिया गया है। जिले में भी कोरोना का एक मामला प्रकाश में आ चुका है। जिले में भी कोविड केयर सेंटर और डेडिकेटेड कोविड सेंटर को तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। देश के अन्य राज्यों में कोरोना के बढ़ने के साथ ही जिले में होली के दौरान लोगों के घर वापसी के दौरान संक्रमण बढ़ने की आशंका है। पहले जिला प्रशासन ने होली पर्व के मौके पर होली मिलन समारोह पर कड़ाई से पाबंदी लगाने का निर्देश दिया है। कोविड केयर सेंटर और डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की तैयारी का भौतिक सत्यापन करवाने के साथ-साथ रेडीमोड में रहने का निर्देश दिया है।

बाहर से आने वाले के लिए निगेटिव प्रमाण पत्र अनिवार्य होगा -- :

कोविड-19 निगेटिव प्रमाण पत्र दिखाने के बाद ही बाहर आने की अनुमति दी जाएगी। जिन यात्री के पास प्रमाण पत्र नहीं होगा उनका वहीं रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से जांच किया जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें आईशोलेशन का निर्णय लिया जाना है। साथ ही इन राज्यों से ट्रेन से आने वाले यात्रियों का भी डेली रिपोर्ट प्राप्त कर प्रतिदिन आने वाले यात्रियों का रैपिड एंटीजन करवाना है।

पंचायतों में होगी माईकिग

स्वास्थ्य विभाग जिन पंचायतों में भारी संख्या में अन्य राज्य से लोग आ रहे हैं. वहां माईकिग करवा कर लोगों से कोविड-19 टेस्ट करवाने की अपील करना है। साथ ही साथ बहार से आने वाले लोगों का आरटीपीसीआर के माध्यम से सैम्पल लेना है। अगर कोई भी व्यक्ति कोविड संक्रमित पाया जाता है तो वहां पूर्व निर्धारित माइक्रो कन्टेनमेंट प्लान लागू होगा। जिले में अभी एक सक्रिय मामला है।

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