पूर्णिया की खबर.. योग के सहारे से जीत ली जिदगी की जंग, अब लोगों को भी कर रहे प्रेरित
नीलू चक्रवर्ती कभी छाती के कैंसर से पीड़ित थीं। आज पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और लोगों को योग के लिए प्रेरित कर रही है।
पूर्णिया। नीलू चक्रवर्ती कभी छाती के कैंसर से पीड़ित थीं। आज पूरी तरह स्वस्थ्य हैं और लोगों को योग के लिए प्रेरित कर रही है। दरअसल जब नीलू को चिकित्सकों ने कैंसर होने की बात बताई तो वे कतई विचलित नहीं हुई। पूर्व से योग से जुड़ी नीलू मानसिक रुप से काफी मजबूत रही है। उसने पटना में भी अपना इलाज कराया, लेकिन आपरेशन या कैमो थैरेजी की बजाय दवा के जरिए इससे उबरने की ठानी। इस दौरान योगाभ्यास पर उनका विशेष जोर रहा। नीलू बताती हैं कि आज
गर वे पूर्ण रुप से स्वस्थ्य हैं तो इसका एक बड़ा कारण सतत योगाभ्यास भी है। जितना कार्य दवा किया, उतना योगदान योगाभ्यास का भी रहा। योग व प्रणायाम के कारण उनके शरीर में कैंसर के कारण क्षीण्ण होने वाली शक्तियां कतई निस्तेज नहीं पड़ी। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग रामबाण साबित हुआ और अंतत: उन्होंने इस बीमारी पर सहजता से विजय पा लिया। कुछ ऐसी ही कहानी पिकू सरकार की है। पिकू सरकार साइनस से काफी परेशान थे। कई जगह उन्होंने
उपचार भी कराया, लेकिन इससे स्थाई तौर पर उन्हें राहत नहीं मिल सकी। बाद में योग गुरु की सलाह से उन्होंने योगाभ्यास शुरु किया। गत पांच वर्षों से वे नियमित योगाभ्यास कर रहे हैं और साइनस की शिकायत से उन्हें कब की मुक्ति मिल चुकी है। पिकू सरकार ने कहा कि योग
के कारण वे अपने आप में नित्य नई उर्जा का एहसास करते हैं। आम जिदगी में भी इसका अनुकूल असर है। उन्होंने कहा कि हर किसी को नियमित रुप से योगाभ्यास करनी चाहिए। इससे शारीरिक व मानसिक दुर्बलता से निजात मिलती है।