झाड़ी से 40 वर्षीय अज्ञात महिला का शव बरामद, सिनाख्त में जुटी पुलिस
पूर्णिया। मरंगा थाना के उफरैल चौक स्थित रामनगर नहर के पास झाड़ी से शनिवार सुबह एक 40 वषी
पूर्णिया। मरंगा थाना के उफरैल चौक स्थित रामनगर नहर के पास झाड़ी से शनिवार सुबह एक 40 वर्षीया अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ है। महिला की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। महिला की शव नहर के पास झाड़ी में फेंके होने की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। शव को देखने स्थानीय लोगों की भारी भीड़ वहा जुट गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना मरंगा थाने को दी। शव की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच मरंगा थाने की पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज महिला की सिनाख्त में जुट गई है। पोस्टमार्टम के बाद भी पहचान नहीं होने के कारण सिनाख्त के लिए महिला के शव को 72 घटे के लिए थाने पर रखा गया है। शव को देखने पहुंचे प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अज्ञात महिला के शव को देखने से प्रतित होता है कि बेरहमी से हत्या कर शव को नहर किनारे झाड़ी में फेंक दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला के चेहरे पर गहरे जख्म के निशान थे साथ ही शरीर पर फोड़ा भी था। इससे लगता था कि महिला के शरीर पर तेजाब भी डाला गया है। वही घटना को लेकर मरंगा थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्रा से पूछे जाने पर बताया कि महिला के गले में रस्सी बंधा हुआ था। इसके अलावा उसके चेहरे पर गहरे जख्म के कई निशान मिले हैं। जब तक मृतका की पहचान नहीं हो जाती, तब तक इस पर कुछ भी बता पाना संभव नहीं है। कुछ साल पहले एक और महिला का मिला था शव स्थानीय लोगों ने बताया कि अपराधियों के लिए एनएच 31 से सटा रामनगर स्थित नहर का झाड़ी सेफ जोन बन गया है। मौत की घाट उतार अपराधी शव को यहां लाकर फेंक फरार हो जा रहा है। लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग पा रही है। जुटी भीड़ ने बताया कि कुछ साल पहले ही विकास मार्केट के पीछे रहने वाली एक कचरा चुनने वाली महिला को भी अपराधियों ने मारकर इसी स्थान पर झाड़ी में फेंक दिया था। उस महिला की पहचान न हो सके इसको लेकर अपराधियों द्वारा महिला के शरीर पर तेजाब भी डाला दिया गया था। हलाकि उक्त महिला की पहचान हो गई थी। पुलिस गस्ती पर लोगों ने उठाया सवाल
एनएच 31 के किनारे रामनगर स्थित नहर के पास झाड़ी व कचरे की ढेर पर महिला के शव को अपराधियों द्वारा फेंके जाने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस की गस्ती टीम पर भी सवाल उठाया। स्थानीय लोगों ने कहा कि एनएच का यह क्षेत्र रात में बिल्कुल ही सुनसान हो जाता है। पुलिस की गस्ती टीम भी गस्त के दौरान पेट्रोलिंग के बदले सड़क किनारे जा गस्ती गाड़ी को खड़ी कर अपनी ड्यूटी पूरा कर लेते है। लोगों ने कहा कि अगर गस्ती टीम इस क्षेत्र में सक्रिय रहती तो अपराधी इस तरह सड़क किनारे शव को फेंकने की जहमत नहीं उठाता।