अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य आज, पूजन सामग्रियों की हुई खरीददारी

पूर्णिया। लोक आस्था के महापर्व छठ में शुक्रवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पण किया जाएग

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 06:11 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 06:11 PM (IST)
अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य आज, पूजन सामग्रियों की हुई खरीददारी
अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य आज, पूजन सामग्रियों की हुई खरीददारी

पूर्णिया। लोक आस्था के महापर्व छठ में शुक्रवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य अर्पण किया जाएगा। चार दिवसीय आयोजन के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को पानी में उतर कर अ‌र्घ्य देते हैं। इसको लेकर घाट की सफाई जिला प्रशासन ने करवाई है साथ ही लोगों से घर में छठ पूजा करने की अपील भी की है। शहर की फल मंडी सहित खुदरा फल विक्रेताओं ने बाजार को फलों से भर दिया है। कोरोना महामारी को लेकर घाट में काफी सावधानी बरतने का भी निर्देश दिया गया है। अभी जिले में कोरोना पूरी तरह से नियंत्रित है। घाटों की सफाई और रोशनी व्यवस्था की गई है। घाटों में भीड़ होने के कारण पहले भी लोग घरों के आंगन में पर्व मनाते रहे है। लेकिन इस बार अधिक संख्या में लोग ऐसा कर रहे हैं। इससे पर्व भी मनेगा और लोग संक्रमण से भी बच सकते हैं।

पूजन सामग्रियों की हुई खरीदारी - बाजार छठ सामग्रियों से पटा हुआ है और लोग खरीददारी कर रहे हैं। इस दौरान बाजार में कहीं भी कोरोना को लेकर किसी तरह सावधानी नहीं दिख रही है। गुरुवार को बाजार में पिछले तीन दिनों में सबसे अधिक भीड़ थी। पर्व की लोग अब आखिरी चरण में खरीददारी पहुंच गई है। दिनभर सड़क किनारे पर्व में चढ़ने वाले सामग्री की लोगों ने जम कर खरीददारी की। दुकानदार बाहर से आकर बाजार लगाते है और सामग्री बेचते हैं। यहां तक कि रात में विक्रेता बाजार में रुक जाते हैं। चारों तरफ केला, सेव, नारंगी, केतारी, अमरूद, सिघाड़ा, नारियल, डाभ, बद्धी, मिट्टी का चूल्हा और वर्तन से बाजार पट चुका है। फुटकर विक्रेताओं के यहां सेव 80 रुपये प्रति किलो, नारंगी 60 रुपये, केला 39 से 60 रुपये प्रति दर्जन, सिघाड़ा 50 रुपये किलो बिक रहा है।

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