रूक नहीं रही बारिश, फिर 48 घंटे का अलर्ट
पूर्णिया। बिन मानसून हो रही बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों से
पूर्णिया। बिन मानसून हो रही बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों से लगातार रूक-रूक कर हो रही बारिश बुधवार को भी जारी रही। मौसम केंद्र पूर्णिया द्वारा पिछले 24 घंटे में 30 एमएम वर्षा रिकार्ड किया गया। पिछले 48 घंटे में यहां 87 एमएम बारिश हो चुकी है। लगातार हो रही वर्षा से तापमान में गिरावट आई है लेकिन यह शहर वासियों के साथ किसानों के लिए भी आफत बनती जा रही है। नगर वासी जहां जल जमाव से परेशान हैं वहीं मक्का किसानों के लिए यह नुकसानदेह साबित हो रहा है। वहीं मौसम केंद्र पूर्णिया के अनुसार अभी 48 घंटे का फिर अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान हल्की बारिश के साथ थंडरिग और लाइटनिग भी हो सकती है।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण पूरे हिमालय रिजन में मौसम बिगड़ा हुआ है। अरब सागर में ईरान-पाकिस्तान के क्षेत्र में बने लो प्रेशर ने तूफान खड़ा कर दिया है। इधर बंगाल की खाड़ी से भी तूफान उठ रहा है। इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस ने खासकर वेस्टर्न हिमालयन रिजन में मौसम बिगाड दिया है। बादलों का झुंड लगातार इस ओर बढ़ रहा है जिससे यहां लगातार बारिश हो रही है। पिछले तीन दिनों में जिले में 85 एमएम बारिश रिकार्ड की गई जो हेवी रेन की श्रेणी में आता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी 48 घंटे मौसम का रूख ऐसा ही बने रहने की संभावना है। ऐसे में खासकर मक्का किसानों को काफी नुकसान हो सकता है।
गत 48 घंटे से हो रही बारिश से नगर क्षेत्र की हर गली और सड़कों पर जल जमाव हो गया है। चाहे पॉश इलाका नवरतन हाता हो या भट्ठा, लाइनबाजार का क्षेत्र या फिर महबूब खां टोला, शारदा नगर, सुभाष नगर आदि मोहल्ले हर जगह जल जमाव से लोग परेशान हैं। एक तो कोरोना महामारी से लोग घरों में दुबके हैं उपर से जलजमाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उधर किसानों के मक्का पक गए हैं तथा किसान उसे काट रहे हैं। कई किसान फसल काट कर खेतों में रखे हैं। लेकिन लगातार बारिश के कारण उनकी फसल खेतों से नहीं उठ पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें नुकसान का खतरा सताने लगा है।