जीएनएम कालेज काझा कोठी में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता रैली व नुक्कड़ नाटक का आयोजन

जागरण संवाददाता पूर्णिया शिवम हायर एजुकेशन फाउंडेशन एनमएम ट्रेनिग स्कूल एवं जीएनएम क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 11:37 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 11:37 PM (IST)
जीएनएम कालेज काझा कोठी में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता रैली व नुक्कड़ नाटक का आयोजन
जीएनएम कालेज काझा कोठी में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता रैली व नुक्कड़ नाटक का आयोजन

जागरण संवाददाता, पूर्णिया : शिवम हायर एजुकेशन फाउंडेशन एनमएम ट्रेनिग स्कूल एवं जीएनएम कालेज काझा कोठी पूर्णिया के द्वारा विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता रैली एवं नुक्कड़ नाटक का आयोजन काझा कोठी चौक पर किया गया । सर्वप्रथम कालेज के छात्र- छात्राओं ने कालेज परिसर से रैली निकालकर काझा कोठी चौक पर एकत्रित हुए एवं नुक्कड़ नाटक द्वारा एड्स के बारे में स्थानीय लोगों को समझाया । नुक्कड़ नाटक में विश्व एड्स दिवस पर एड्स दिवस के लिए हर साल एक नई थीम रखी जाती है। इस साल की असमानताओं को समाप्त करें, एड्स का अंत करें है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इस साल का मुख्य एजेंडा दुनिया भर में आवश्यक एचआईवी सेवाओं तक पहुंच में बढ़ती असमानताओं को उजागर करना है। नुक्कड़ नाटक को संबोधित करते हुए कालेज के निदेशिका नूतन कुमारी ने कहा कि दुनियाभर में हर साल 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है। सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने की शुरुआत डब्लू एच ओ ने अगस्त 1987 में की थी। वहीं सभा को संबोधित करते हुए कालेज के चेयरमैन पंकज कुमार निराला ने बताया कि एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिड्रोम है। यह एक संक्रामक यौन रोग है। जिस वायरस से यह पैदा होता है, उसे ह्यूमन इम्यून डेफिशिएंसी वायरस अर्थात संक्षिप्त रूप में एच.आई.वी. कहते हैं। दरअसल, शरीर की जीवाणुओं से लड़ने की अपनी एक स्वाभाविक शक्ति को इम्यूनिटी सिस्टम कहा जाता है। लेकिन एड्स के वायरस इन व्हाइट ब्लड सेल्स को क्रियाहीन करके व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम कर देते हैं, जिससे वायरस से लड़ने की शरीर की शक्ति खत्म हो जाती है, और रोग शरीर में अपना अधिकार जमा लेता है।

इस अवसर पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से उपस्थित लोगों को एड्स से बचाव के बारे में जानकारियां दिया गया कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है। इस रोग का अभी तक कोई समुचित इलाज उपलब्ध नहीं है। इस रोग से दूर रहने के लिए बचाव ही एकमात्र बेहतरीन उपाय है। असुरक्षित सेक्स संबंध, समलैंगिक सेक्स करने से बचें। पार्टनर के साथ ही संबंध बनाए, संभोग के बाद मूत्र त्याग करके अपने गुप्तांगों को साफ पानी से अच्छी तरह धोएं। होठों पर घाव, खून का रिसाव हो तो चुम्बन से बचें। इस बीमारी के वायरस लार के माध्यम से आपके खून में पहुंचकर आपको इस रोग से पीड़ित कर सकते हैं। सैलूनों में शेविग करवाते समय नई ब्लेड का उपयोग करने को कहें। ब्लड को शरीर में लेने के पहले उसकी एच.आई.वी. मुक्त होने की जांच अवश्य करवा लें। एड्स से संक्रमित महिलाएं गर्भधारण न करें, क्योंकि यह रोग उनके शिशुओं में भी संक्रमित हो जाता है।इंजेक्शन लगवाते समय डिस्पोजेबल सिरिज और निडिल का ही प्रयोग करें। इस अवसर पर कालेज फैकेल्टी मनीष कुमार, अनामिका कुमारी, रोज, नैंसी, सेवी कुमारी इत्यादि फैकल्टी उपस्थित थे एवं नुक्कड़ नाटक में गणपति, सचिन, स्वीटी, पूजा, शबनम, समायरा जबीं इत्यादि ने भाग लिया। इसके अलावा एड्स दिवस पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता में जीएनएम छात्र गणपति, गोलु,शिवम और छात्राओं में स्वीटी, ज्योति, शबनम इत्यादि ने शानदार प्रदर्शन किया। एड्स जागरूकता के चित्रकला प्रतियोगिता में ज्योति तथा काजल प्रथम एवं द्वितीय पायल एवं शिवम तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधान लिपिक पंकज मिश्रा, कालेज कर्मी सरोज आलम, संतोष साह इत्यादि उपस्थित रहे।

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