दवा नहीं दुआ से होता है स्वास्थ्य केंद्र जलालगढ़ में मरीजों का इलाज
पूर्णिया। प्रखंड मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य केंद्र जलालगढ़ कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। प्रखंड
पूर्णिया। प्रखंड मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य केंद्र जलालगढ़ कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। प्रखंड क्षेत्र के लगभग तीन लाख की आबादी स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है, लेकिन यहां स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में लोग निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं। जहां मोटी रकम वसूल की जाती है। स्वास्थ्य केंद्र में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ओपीडी चालू रहता है। औसतन एक सौ मरीज इलाज के लिए प्रतिदिन पहुंचते हैं। मरीजों के लिए यहां सभी तरह की दवा उपलब्ध नहीं रहने के कारण बाहर से खरीना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में स्वच्छ पेयजल की है, व्यवस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली की व्यवस्था ठीक-ठाक है। मरीजों के लिए कई चापाकल व स्वच्छ पेयजल के लिए फिल्टर लगाए गए हैं। इससे आने वाले मरीजों को सुविधा मिलती है। अस्पताल में सफाई की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। जहां-तहां कूड़ा जमा रहता है । आक्सीजन की है व्यवस्था जलालगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में आपात स्थिति में मरीजों के लिए आक्सीजन की व्यवस्था है। यहां आक्सीजन 24 घंटे उपलब्ध है। आक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध है। अस्पताल में एक्स-रे व जांच की सुविधा है, लेकिन कर्मचारी नहीं रहने की वजह से लोगों को बाहर से जांच कराना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में आपरेशन थिएटर की व्यवस्था है। इसमें इमरजेंसी व ओपीडी सुविधा उपलब्ध है।पर्याप्त संख्या में है बेड पीएचसी में बेड की व्यवस्था पर्याप्त है, लेकिन रखरखाव में कमी दिख रही है। बेड पर चादर नहीं रहने व गंदगी से मरीजों को परेशानी होती है। इस संबंध में मरीज शिकायत भी करते है।अस्पताल में विभिन्न तरह की मुफ्त में जांच की सुविधा है, लेकिन इस अस्पताल की जांच की विश्वसनीयता सही नहीं है। कई ऐसे मौके दिखे जब अस्पताल व बाहर की जांच रिपोर्ट में काफी भिन्नताएं पाई गई।
अस्पताल में मरीज को नहीं मिलते चिकित्सक जलालगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल यह है की जब मरीज आते हैं तो कई बार उन्हें चिकित्सक के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो मरीजों को चिकित्सक का इंतजार करते करते वापस भी लौट जाना पड़ता है। महिला चिकित्सक के अभाव में खासकर यहां महिलाओं को इलाज के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रसव के लिए यहां की महिलाओं को पूर्णिया के निजी अस्पतालों में जाना पड़ता है। क्या कहते हैं प्रभारी प्रभारी चिकित्सा हैदर अली ने बताया की जर्जर भवन के संबंध में भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखा गया है, लेकिन भवन निर्माण के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी को लेकर भी वरीय अधिकारियों को अवगत कराया गया है। अस्पताल में अन्य व्यवस्था सु²ढ़ है।