अमौर में महज 26 फीसद टीकाकरण, प्रभारी चिकित्सक से पूछा गया स्पष्टीकरण
पूर्णिया। अमौर प्रखंड में महज 26 फीसद टीकाकरण हुआ है। एक मात्र प्रखंड है जो जिले में का
पूर्णिया। अमौर प्रखंड में महज 26 फीसद टीकाकरण हुआ है। एक मात्र प्रखंड है जो जिले में काफी पिछड़ गया है। मामले में प्रभारी चिकित्सक सीधे डीएम राहुल कुमार के रडार में आ गए हैं। प्रभारी चिकित्सक से स्पष्टीकरण पूछा गया है। जिला पदाधिकारी राहुल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में स्थानीय समाहरणालय सभागार में गुरूवार आयोजित हुई। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि कोरोना टीका की दोनों डोज महत्वपूर्ण है। दूसरे डोज की संख्या में कमी है। जिले में 25 अगस्त तक कुल 11 लाख 54 हजार 257 लोगों का टीकाकरण हुआ है। जिसमें से 09 लाख 31 हजार 58 लोगों को पहला डोज दिया गया है जबकि 02 लाख 23 हजार 199 लोगों ने ही दूसरा डोज लगाया है। सभी प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दूसरे डोज के लिए अलग से सत्र स्थल बनाने का निर्देश दिया है। जिसमें दूसरा डोज ही लगाया जाएगा। दूसरे डोज के टीकाकरण में तेजी आएगी। टीकाकरण संबंधी सभी आंकड़ों को नियत समय से पोर्टल पर अपलोड करने का भी निर्देश दिया गया है। जिले में टोटल 44.8 फीसद टीकाकरण हुआ है। इसमें अमौर में सबसे कम 26 फीसद टीकाकरण हुआ है। जिलाधिकारी ने अमौर चिकित्सा अधिकारी से इसके लिए स्पष्टीकरण पूछा है। पोर्टल पर भवानीपुर का 17 हजार 236, धमदाहा का 18 हजार 668, रुपौली का 16 हजार 053 और पूर्णिया पूर्व का 22 हजार 34 डेटा का अंतर है। जिलाधिकारी ने इसे जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी प्रखंड में जहां 10 हजार से अधिक अंतर है वहां टीकाकरण के दूसरे डोज बढ़ाने के लिए मेगा ड्राइव चलाने का निर्देश दिया है।
बढ़ायी जाएगी कोविड-19 टेस्टिग की संख्या : -
बैठक में टीकाकरण के साथ जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। 6200 टेस्ट रोजाना होगा इसमें 1400 आरटीपीसीआर भी शामिल है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर बाहरी लोगों की कोरोना जांच करने का निर्देश दिया गया है। सभी लोगों एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। 25 अगस्त तक पांच प्रखंडों में एचआरएमएस शुरू नहीं हुआ है। इसे शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इसे शुरू नहीं करने पर संबंधित अधिकारी का अगस्त माह का वेतन रोक दिया जाएगा। संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है। जिले में पहले प्रतिमाह 8 हजार संस्थागत प्रसव होता था लेकिन अभी इसकी संख्या 4 हजार ही है। बैठक में इसकी भी संख्या में वृद्धि करने का निर्देश दिया गया है। बैठक में जिलाधिकारी के साथ उपविकास आयुक्त मनोज कुमार, सिविल सर्जन डा. एसके वर्मा, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, डीआईओ विनय मोहन आदि मौजूद थे।