निजी एजेंसी से करार के 10 माह बाद भी सदर अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं

पूर्णिया। सदर अस्पताल में राज्य स्वास्थ्य समिति ने डिजिटिल एक्सरे और सीटी स्कैन की सेवा प्रदान कर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 08:15 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:15 PM (IST)
निजी एजेंसी से करार के 10 माह बाद भी सदर अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं
निजी एजेंसी से करार के 10 माह बाद भी सदर अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं

पूर्णिया। सदर अस्पताल में राज्य स्वास्थ्य समिति ने डिजिटिल एक्सरे और सीटी स्कैन की सेवा प्रदान करने के लिए निजी अभिकर्ता के साथ करार किया गया था। 10 महीने से अधिक समय बीतने के बाद अबतक अस्पताल परिसर में यह सुविधा प्रारंभ नहीं हो सकी है। कोरोना मरीजों को हजारों रूपया बाहर खर्च कर जांच करवाना पड़ रहा है। दरअसल कोरोना मरीज के लिए चिकित्सक एक्सरे और एचआरसीटी करवाने का निर्देश देते है। इससे संक्रमण के प्रसार का पता चलता है। मरीजों को चिकित्सक की सलाह हजारों रूपये खर्च कर यह सुविधा निजी डायग्नोस्टिक सेंटर लेनी पड़ती है। यह स्थिति तब जब पिछले वर्ष ही निजी अभिकर्ता के साथ राज्य स्तर पर करार किया गया था। यह करीब दस माह से अधिक हो चुका है लेकिन अबतक एजेंसी सदर अस्पताल में सुविधा बहाल करने में असमर्थ है।

निजी अभिकर्ता पर अस्पताल प्रशासन मेहरमान -:

निजी अभिकर्ता पर अस्पताल किस कदर मेहमान है इसका सबसे अच्छा उदाहरण डिजिटल एक्सरे और सीटी स्कैन की सुविधा मुहैया कराने वाली एजेंसी है। जिसको विभाग दस माह बाद भी मोहलत दे रही है। सदर अस्पताल समेत अन्य प्रखंड स्तर पर अस्पतालों में राज्य स्वास्थ्य समिति ने दस माह पूर्व ही निजी एजेंसी से करार किया था। ताकि मरीजों को अस्पताल परिसर में डिजिटल एक्सरे की सुविधा और सीटी स्कैन की सुविधा निशुल्क उपलब्ध हो सके। आसपास के जिले में तो एजेंसी ने करार के अनुरूप केंद्र प्रारंभ कर दिया है लेकिन अबतक पूर्णिया में किसी भी अस्पताल में यह सुविधा मुहैया कराने में एजेंसी नाकाम रहा है। इतने पर भी अबतक विभाग के स्तर पर एजेंसी के खिलाफ ना ही नोटिस दी गई है और ना ही राज्य स्वास्थ्य समिति को इस संबंध में सूचित कर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। सेवा प्रदाता अगर सेवा देने में नाकाम है तो उस पर मेहरबानी का अर्थ क्या है। क्या अस्पताल प्रशासन के सहमति से यह खेल चल रहा है जिसमें आम गरीब मरीज जो अस्पताल इलाज के लिए आते हैं उन्हें इस तरह के टेस्ट के लिए काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं। बाहर निजी सेंटर को फायदा हो रहा है गरीब मरीज परेशान हैं।

सदर अस्पताल में हो चुका है स्थल आवंटन -:

इस संबंध में 2020 में ही राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से टेंडर निकाला गया था। करार के बाद कुछ समय लॉकडाउन लगा था जिस कारण से कुछ रियायत दी गई थी। ट्रॉमा सेंटर के बादल वाले भवन में सीटी स्कैन और डिजिटल एक्सरे सेंटर के लिए जगह आवंटित की जा चुकी है। यह सेवा यहां पर जल्द शुरू करने का दावा किया जा रहा है।

-------------------------------- कोट के लिए -

एजेंसी को स्थान आवंटन कर दिया गया है। जल्द शुरू करने का निर्देश दिया गया है। मशीन इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया चल रही है।

डॉ. सुरेंद्र दास, अस्पताल अधीक्षक

-----------------------------------

chat bot
आपका साथी